मेरिका के वर्तमान राष्ट्रपति जो बाइडेन को हाल ही में प्रोस्टेट कैंसर होने की खबर सामने आई है। उनकी मेडिकल टीम ने बताया है कि बाइडेन को जो कैंसर हुआ है, वह बहुत आक्रामक (एग्रेसिव) प्रकार का है और यह उनकी हड्डियों तक फैल चुका है। बाइडेन के यूरिन संबंधी संक्रमण के बाद जब उनकी जांच हुई, तो डॉक्टरों ने प्रोस्टेट में नोड्यूल की पुष्टि की और आगे की जांच में कैंसर का पता चला। फिलहाल उनकी मेडिकल टीम उनके लिए बेहतर इलाज के विकल्प तलाश रही है।
प्रोस्टेट कैंसर क्या है?
प्रोस्टेट कैंसर पुरुषों में पाया जाने वाला एक गंभीर कैंसर है जो प्रोस्टेट ग्लैंड से शुरू होता है। प्रोस्टेट एक ऐसी ग्रंथि है जो पुरुषों के मूत्राशय के नीचे होती है और यह वीर्य के निर्माण में सहायक होती है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, प्रोस्टेट कैंसर पुरुषों में सबसे आम कैंसरों में से एक है। खासतौर पर 50 वर्ष से ऊपर के पुरुषों में इसके होने का खतरा ज्यादा होता है।
जो बाइडेन को हुआ प्रोस्टेट कैंसर का विवरण
जो बाइडेन को जिस प्रकार का प्रोस्टेट कैंसर हुआ है, वह तेजी से बढ़ने वाला और हड्डियों तक फैल चुका है, जो एडवांस्ड स्टेज का संकेत देता है। हालांकि, उनके डॉक्टरों का कहना है कि यह हार्मोन-संवेदनशील कैंसर है, जिसका मतलब है कि हार्मोन-आधारित उपचारों से इस पर प्रभावी नियंत्रण संभव है। बाइडेन के इलाज में रेडिएशन थेरेपी, सर्जरी और हार्मोनल इंजेक्शन शामिल हो सकते हैं।
प्रोस्टेट कैंसर के लक्षण क्या हैं?
प्रोस्टेट कैंसर के शुरुआती लक्षण कई बार अस्पष्ट होते हैं, लेकिन जब कैंसर बढ़ जाता है तो ये लक्षण दिखने लगते हैं:
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पेशाब करने में कठिनाई या पेशाब रुक जाना।
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बार-बार पेशाब आना, खासकर रात के समय।
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पेशाब या वीर्य में खून आना।
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कमर, पीठ या जांघों में दर्द होना।
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कुल्हों में दर्द या असुविधा।
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यौन संबंध बनाते समय दर्द या इरेक्टाइल डिस्फंक्शन।
प्रोस्टेट कैंसर के कारण
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उम्र: 50 वर्ष से अधिक उम्र के पुरुषों में जोखिम बढ़ जाता है।
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पारिवारिक इतिहास: यदि परिवार में किसी सदस्य को प्रोस्टेट कैंसर हुआ हो, तो इसका खतरा अधिक रहता है।
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नस्ल: अफ्रीकी-अमेरिकी पुरुषों में यह कैंसर अधिक पाया जाता है।
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जीवनशैली: खराब खान-पान, मोटापा, धूम्रपान और शराब के सेवन से कैंसर का खतरा बढ़ सकता है।
प्रोस्टेट कैंसर की जांच कैसे होती है?
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PSA टेस्ट (Prostate-Specific Antigen): खून की जांच, जिसमें प्रोस्टेट से निकलने वाले प्रोटीन की मात्रा देखी जाती है। उच्च PSA स्तर कैंसर का संकेत हो सकता है।
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डिजिटल रेक्टल एग्जाम (DRE): डॉक्टर गुदा मार्ग से उंगली डालकर प्रोस्टेट का आकार और बनावट जांचते हैं।
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बायोप्सी: संदिग्ध हिस्से से टिश्यू निकालकर माइक्रोस्कोप के नीचे जांच की जाती है।
प्रोस्टेट कैंसर का उपचार
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सर्जरी: प्रोस्टेट ग्रंथि को हटाना।
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रेडिएशन थेरेपी: कैंसर कोशिकाओं को मारने के लिए विकिरण देना।
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हार्मोन थेरेपी: टेस्टोस्टेरोन के स्तर को कम करके कैंसर की वृद्धि रोकना।
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कीमोथेरेपी: दवाओं के माध्यम से कैंसर कोशिकाओं को खत्म करना।
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रोबोटिक सर्जरी: तकनीकी मदद से कम नुकसान पहुंचाने वाली सर्जरी।
प्रोस्टेट कैंसर से बचाव के उपाय
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नियमित रूप से मेडिकल जांच कराना, खासकर PSA टेस्ट।
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स्वस्थ और संतुलित आहार लेना, जिसमें फल, सब्जियां और फाइबर अधिक हो।
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वजन नियंत्रित रखना।
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धूम्रपान और शराब का सेवन कम या बंद करना।
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नियमित व्यायाम और सक्रिय जीवनशैली अपनाना।
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विटामिन डी की कमी न होने देना क्योंकि विटामिन डी की कमी से कैंसर का खतरा बढ़ सकता है।
अमेरिका के अन्य पूर्व राष्ट्रपतियों में कैंसर का इतिहास
जो बाइडेन के अलावा अमेरिका के कई पूर्व राष्ट्रपति भी कैंसर से प्रभावित रहे हैं। इनमें जॉर्ज वाशिंगटन (स्किन कैंसर), यूलिसेस एस. ग्रांट (गले का कैंसर), ग्रोवर क्लीवलैंड (मुंह का कैंसर), रोनाल्ड रीगन (कोलन कैंसर), बिल क्लिंटन और जिमी कार्टर जैसे नाम शामिल हैं। यह बताता है कि कैंसर किसी भी समय किसी को भी हो सकता है और समय पर निदान और इलाज बेहद महत्वपूर्ण है।
निष्कर्ष
जो बाइडेन का प्रोस्टेट कैंसर होना एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है, लेकिन आधुनिक चिकित्सा के कारण इस प्रकार के कैंसर का सफल इलाज संभव है। उनकी टीम की कोशिश है कि वे सही उपचार पद्धति अपनाकर उनकी सेहत को स्थिर रखें। साथ ही, प्रोस्टेट कैंसर के प्रति जागरूकता बढ़ाना और समय-समय पर जांच कराना हर पुरुष के लिए जरूरी है, ताकि कैंसर का समय पर पता चल सके और सही उपचार मिल सके।
यदि आप 50 वर्ष से अधिक आयु के पुरुष हैं या आपके परिवार में किसी को प्रोस्टेट कैंसर का इतिहास है, तो अपने स्वास्थ्य की जांच नियमित रूप से कराएं और स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं। कैंसर के शुरुआती लक्षणों को नजरअंदाज न करें और किसी भी असामान्य लक्षण पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।