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दुनिया के 7 अजूबे कौन से हैं? जिनका 7 जुलाई को ही हुआ था ऐलान, ताजमहल ने पाया था 7वां स्थान

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Posted On:Monday, July 7, 2025

7 जुलाई 2007 को न्यू7वंडर्स फाउंडेशन ने दुनिया के सात नए अजूबों की घोषणा की थी। यह एक ऐतिहासिक दिन था, जब पूरी दुनिया के लोगों ने मिलकर अपने पसंदीदा स्मारकों और धरोहरों को चुना। इस अभियान की शुरुआत साल 2001 में हुई थी, जिसमें दुनियाभर के लोगों से वोटिंग कराई गई। शुरुआत में इस लिस्ट में 200 स्मारकों को शामिल किया गया था, जिनमें से केवल सात को अंतिम रूप से चुना गया। इनमें भारत का ताजमहल भी शामिल था। आइए जानते हैं, वे सात अद्भुत जगहें कौन-कौन सी हैं, जिन्हें इस वैश्विक सम्मान से नवाजा गया।

1. चीन की दीवार (Great Wall of China)

चीन की दीवार विश्व के सबसे लंबे और ऐतिहासिक संरचनाओं में से एक है। इसकी लंबाई लगभग 6500 किलोमीटर है, जबकि इसकी ऊंचाई 35 फीट तक जाती है। इस दीवार का निर्माण 5वीं शताब्दी ईसा पूर्व से शुरू होकर 16वीं शताब्दी तक लगातार चलता रहा। इसे मुख्य रूप से चीन को आक्रमणकारियों से बचाने के लिए बनाया गया था। चीन की दीवार अपनी भव्यता, ऐतिहासिक महत्ता और वास्तुकला के कारण विश्व धरोहर में गिनी जाती है।

2. पेट्रा, जॉर्डन (Petra, Jordan)

पश्चिमी एशिया के जॉर्डन में स्थित पेट्रा एक प्राचीन शहर है, जो मुख्य रूप से लाल बलुआ पत्थरों से निर्मित है। यह एक अद्भुत स्थापत्य का नमूना है, जहां पर ओपन स्टेडियम, 138 फुट ऊंचा मंदिर, नहर और तालाब जैसे स्थापत्य मौजूद हैं। पेट्रा की दीवारों पर सुंदर नक्काशी भी देखने को मिलती है, जो इसकी कला कौशल की गवाही देती है। इसे “गुमशुदा शहर” भी कहा जाता है।

3. क्राइस्ट द रिडीमर, ब्राजील (Christ the Redeemer, Brazil)

ब्राजील के रियो डी जेनेरो शहर में कार्कोवैडो पर्वत की चोटी पर स्थित ‘क्राइस्ट द रिडीमर’ की विशाल मूर्ति विश्व की सबसे प्रसिद्ध प्रतिमाओं में से एक है। इसकी ऊंचाई लगभग 32 मीटर है और इसका वजन लगभग 700 टन है। इसे 1922 से 1931 के बीच बनाया गया था। यह मसीह की प्रेम और शांति का प्रतीक माना जाता है।

4. माचू पिचू, पेरू (Machu Picchu, Peru)

दक्षिण अमेरिका के पेरू में स्थित माचू पिचू एक प्राचीन इंका शहर है, जो 2430 फीट की ऊंचाई पर बना हुआ है। इसे 15वीं शताब्दी में बनाया गया था। माचू पिचू अपनी अद्भुत प्राकृतिक सुंदरता और वास्तुशिल्प के लिए प्रसिद्ध है। यह शहर अब विश्व धरोहर स्थल के रूप में जाना जाता है।

5. चिचेन इट्जा, मेक्सिको (Chichen Itza, Mexico)

चिचेन इट्जा मेक्सिको के मायन सभ्यता का एक महत्वपूर्ण स्थल है। यहां पर कुकुल्कन का पिरामिड, चाक मूल के मंदिर, हजारों स्तंभों का हॉल और कैदियों के लिए खेल के मैदान मौजूद हैं। कुकुल्कन का पिरामिड 79 फुट ऊंचा है और इसके चबूतरे से साल के 365वें दिन की जानकारी मिलती है। यह स्थल मायन संस्कृति की महानता का प्रतीक है।

6. रोमन कोलोसियम, इटली (Roman Colosseum, Italy)

कोलोसियम रोम का एक प्राचीन ऐतिहासिक मंच है, जिसका निर्माण सम्राट वेस्पासियन के शासनकाल (72-80 ईस्वी) में हुआ था। यह कंक्रीट और पत्थर से बना है और इसमें प्राचीन रोम के gladiatorial मुकाबले और अन्य मनोरंजन कार्यक्रम होते थे। यह विश्व के सबसे बड़े ऐतिहासिक ऐम्फीथिएटर में से एक है।

7. ताजमहल, भारत (Taj Mahal, India)

भारत की सबसे खूबसूरत धरोहरों में से एक ताजमहल को मुग़ल बादशाह शाहजहां ने अपनी प्यारी पत्नी मुमताज़ महल की याद में बनवाया था। यह सफेद संगमरमर का मकबरा प्रेम की मिसाल माना जाता है। इसका निर्माण 1628 से 1658 के बीच हुआ था। ताजमहल अपनी वास्तुकला, नक्काशी और समृद्ध इतिहास के लिए विश्वप्रसिद्ध है।


निष्कर्ष:
7 जुलाई 2007 को घोषित किए गए ये सात अजूबे मानव सभ्यता के ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और वास्तुशिल्प कौशल का बेजोड़ उदाहरण हैं। ये सभी स्मारक न केवल अपनी भव्यता के लिए प्रसिद्ध हैं, बल्कि ये इंसान की मेहनत, रचनात्मकता और प्रेम की गाथा भी बयान करते हैं। चाहे वह चीन की दीवार हो या भारत का ताजमहल, ये सात अजूबे पूरी दुनिया के लिए गर्व का विषय हैं और आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा स्रोत भी।


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