अहमदाबाद न्यूज डेस्क: गुजरात साइंस सिटी अब सिर्फ रोबोटिक्स और अंतरिक्ष से जुड़ी जानकारी का केंद्र नहीं, बल्कि यह मछली और जलीय जीवों के संरक्षण का भी महत्वपूर्ण स्थल बन गया है। इस वर्ष साइंस सिटी में अफ्रीकी पेंगुइन के तीन बच्चों का जन्म हुआ है, जो उनके घटते वंश को देखते हुए एक बड़ी उपलब्धि है। इन बच्चों का नाम विश्व पेंगुइन दिवस (25 अप्रैल) पर डेजी, कियारा और बालू रखा गया। यह नामकरण समारोह साइंस सिटी में आयोजित किया गया, जहां पर्यटक इन नन्हे पेंगुइन को देख सकते हैं।
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग की प्रधान सचिव मोना खंधार ने इस सफलता पर गर्व जताया और इसे पर्यावरण जागरूकता और प्राणी कल्याण के प्रति राज्य सरकार की प्रतिबद्धता का परिणाम बताया। उन्होंने कहा कि पेंगुइन के इन बच्चों का जन्म गुजरात के लिए एक गर्व की बात है। इन पेंगुइन बच्चों को साइंस सिटी के पेंगुइन गैलरी में रखा गया है, जहां इनका खास ध्यान रखा जा रहा है।
अफ्रीकी पेंगुइन की आबादी में 97 फीसदी की गिरावट आई है, और इसे आईयूसीएन द्वारा लुप्तप्राय प्रजाति के रूप में सूचीबद्ध किया गया है। साइंस सिटी में पेंगुइन के इन बच्चों का जन्म एक सकारात्मक कदम है, जो इस संकटग्रस्त प्रजाति के संरक्षण में योगदान देगा। जलवायु परिवर्तन के कारण इन पेंगुइन की संख्या में कमी आई है, और इस प्रयास से साइंस सिटी ने इस प्रजाति के संरक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।