अहमदाबाद न्यूज डेस्क: स्वच्छता सर्वेक्षण 2025 में इंदौर, सूरत और नवी मुंबई समेत 15 शहरों को 'स्वच्छता सुपर लीग' की श्रेणी में रखा गया है। अब यह नियम तय कर दिया गया है कि जो भी शहर लगातार तीन साल तक टॉप-3 में रहेगा, वह इस सुपर लीग में शामिल हो जाएगा और उसकी रैंकिंग नहीं होगी। इस बदलाव का मकसद यह है कि अन्य शहरों को भी टॉप रैंक हासिल करने का मौका मिल सके। सुपर लीग में शामिल शहरों को 12,500 अंकों की स्कीम के तहत मूल्यांकन किया जाएगा, जिससे उनकी सफाई व्यवस्था का भी आंकलन होगा, लेकिन रैंकिंग से बाहर रहेंगे।
सूत्रों के मुताबिक इस बार स्वच्छता सर्वेक्षण में अहमदाबाद पहले, भोपाल दूसरे और लखनऊ तीसरे स्थान पर आ सकते हैं, हालांकि आधिकारिक घोषणा 17 जुलाई को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु के हाथों की जाएगी। इस बार सुपर लीग में इंदौर, उज्जैन और बुदनी भी शामिल हैं। इंदौर लगातार सात बार स्वच्छता में नंबर-1 रहा है, लेकिन अब सुपर लीग में होने के कारण वह रैंकिंग की दौड़ में नहीं रहेगा।
भोपाल, देवास और शाहगंज को प्रेसिडेंशियल अवॉर्ड की दौड़ में शामिल माना जा रहा है। जबलपुर को मंत्रालय श्रेणी में और ग्वालियर को राज्य स्तरीय पुरस्कार के लिए आमंत्रण मिला है। सुपर लीग में उज्जैन को भी शामिल किया गया है, जो मुख्यमंत्री मोहन यादव का गृह जिला है, जबकि बुदनी पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का क्षेत्र रहा है। इस बार के पुरस्कार वितरण में मप्र के कई शहरों की भागीदारी महत्वपूर्ण रहने वाली है।
स्वच्छता सर्वेक्षण का यह नया ढांचा देश के अन्य शहरों को सफाई के क्षेत्र में आगे बढ़ने का अवसर देगा। साथ ही यह भी सुनिश्चित करेगा कि स्वच्छता में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले शहर अपनी गुणवत्ता बनाए रखें और नई प्रेरणा से आगे बढ़ते रहें।