अहमदाबाद न्यूज डेस्क: भारत में बोइंग 787 विमानों के फ्यूल स्विच को लेकर सुरक्षा एजेंसियों ने सतर्कता बढ़ा दी है। अहमदाबाद में एयर इंडिया विमान हादसे की प्रारंभिक जांच के बाद नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) ने इस मामले में कदम उठाने का फैसला किया है। जल्द ही डीजीसीए एयरलाइंस को आदेश जारी कर सभी बोइंग 787 विमानों के फ्यूल स्विच की जांच अनिवार्य कर सकता है। अहमदाबाद हादसे में दोनों इंजनों के फ्यूल स्विच अचानक 'कटऑफ' हो जाने की बात सामने आई थी, जिससे यह गंभीर मामला बन गया है।
एयरक्राफ्ट एक्सिडेंट इंवेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) की रिपोर्ट में इस बात का भी जिक्र है कि अमेरिकी संघीय विमानन प्रशासन (FAA) ने 2018 में ही बोइंग 787 सहित कई मॉडलों के फ्यूल स्विच लॉकिंग सिस्टम की जांच का सुझाव दिया था। लेकिन एयर इंडिया ने इसे सलाह मानते हुए कभी लागू नहीं किया। इस लापरवाही के चलते अब DGCA सभी विमानन कंपनियों से इस सिस्टम की विस्तृत जांच करवाने की तैयारी में है।
हादसे की जांच में यह सामने आया कि विमान का रखरखाव रिकॉर्ड सही था और समय-समय पर जरूरी निरीक्षण भी किए गए थे। फिर भी हादसे से कुछ सेकंड पहले पायलट के बीच हुए संवाद से साफ हुआ कि किसी ने जानबूझकर फ्यूल स्विच बंद नहीं किया था। यही कारण है कि अब फ्यूल स्विच की लॉकिंग प्रणाली और संभावित तकनीकी खराबी पर शक जताया जा रहा है। जांच का फोकस भी इसी दिशा में बढ़ रहा है।
इस घटनाक्रम के बाद केवल भारत ही नहीं, कई अन्य देशों की एयरलाइंस भी सतर्क हो गई हैं। एतिहाद एयरवेज ने अपने बोइंग 787 विमानों की जांच शुरू कर दी है। विशेषज्ञों का मानना है कि DGCA का यह कदम विमान यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में एक अहम कदम होगा, क्योंकि तकनीकी खामी से जुड़ी लापरवाही की कोई गुंजाइश नहीं होनी चाहिए।