ताजा खबर
‘मिर्जापुर: द फिल्म’ में सोनल चौहान की एंट्री, बोलीं – “यकीन नहीं हो रहा, इस सफर का हिस्सा बनकर बेहद...   ||    ‘मिशन कश्मीर’ के 25 साल: विधु विनोद चोपड़ा फिल्म ने भावुक पोस्ट के साथ किया फिल्म को याद   ||    ‘भारत के एडिसन’ जी. डी. नायडू की कहानी लेकर आ रहे हैं आर माधवन   ||    ‘वध 2’ की रिलीज डेट हुई फाइनल, संजय मिश्रा और नीना गुप्ता फिर मचाएंगे धमाल   ||    रितेश, विवेक और आफताब की वापसी — “मस्ती 4” में फिर मचेगा धमाल, तीन गुना पागलपन का वादा!   ||    पच्चीस साल बाद भी गूंजती ‘मोहब्बतें’ की वायलिन – प्यार जो अब भी सिखाता है ताकत बनना   ||    'यह भारतीय सभ्यता का लघु इतिहास', श्रीमद्भगवद् गीता की महिमा के आगे नतमस्तक हुए चीनी विद्वान   ||    पेरिस में 895 करोड़ रुपये के गहने-हीरे चुराने वाले संदिग्ध को पुलिस ने पकड़ा, कैसे दिया चोरी को अंजा...   ||    Nathnagar Election 2025: एनडीए-महागठबंधन का नए चेहरे पर दांव, AIMIM की एंट्री से बिगड़ेगा समीकरण?   ||    'मामला खुद दफन हो जाएगा...', CJI पर जूता फेंकने वाले वकील के खिलाफ SC ने कार्रवाई से क्यों किया इनका...   ||   

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, आग की लपटों में पुस्तकें भले जल जाएं, लेकिन वह ज्ञान को नहीं मिटा सकतीं, जानिए पूरा मामला

Photo Source :

Posted On:Wednesday, June 19, 2024

मुंबई, 19 जून, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। PM नरेंद्र मोदी ने 1749 करोड़ रुपए से बने नालंदा यूनिवर्सिटी के नए कैंपस का उद्घाटन किया। उन्होंने कार्यक्रम को संबोधित किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि मुझे तीसरे कार्यकाल के लिए शपथ ग्रहण करने के बाद पहले 10 दिनों में ही नालंदा आने का मौका मिला है। यह मेरा सौभाग्य तो है ही, मैं इसे भारत की विकास यात्रा के एक शुभ संकेत के रूप में देखता हूं। नालंदा केवल एक नाम नहीं है। नालंदा एक पहचान है, एक सम्मान है। नालंदा एक मूल्य है, मंत्र है, गौरव है, गाथा है। नालंदा इस सत्य का उद्घोष है कि आग की लपटों में पुस्तकें भले जल जाएं, लेकिन आग की लपटें ज्ञान को नहीं मिटा सकतीं। इससे पहले प्रधानमंत्री ने 1600 साल पुराने प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय के खंडहर का दौरा किया। इसके बाद प्रधानमंत्री ने नालंदा यूनिवर्सिटी के नए स्वरूप को देश को समर्पित किया। प्रधानमंत्री ने यूनिवर्सिटी कैंपस में पौधा भी लगाया। कार्यक्रम में 17 देशों के प्रतिनिधि शामिल हैं।

वहीं, कार्यक्रम में सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि यूनिवर्सिटी के लिए कई बार उन्होंने अनुरोध किया था। लेकिन पुरानी सरकार बात नहीं सुनती थी। उन्होंने आगे कहा कि खुशी की बात है कि नालंदा विश्वविद्यालय के परिसर का उद्घाटन आज प्रधानमंत्री मोदी के करकमलों से किया जा रहा है। पुराने नालंदा विश्वविद्यालय में देश के ही नहीं दुनिया की अनेक जगह के लोग आकर पढ़ते थे लेकिन दुर्भाग्य से ये विश्वविद्यालय 1200 ईस्वी में नष्ट हो गया था। 2005 से हम लोगों को काम करने का मौका मिला तब से हमने बिहार के विकास का काम शुरू किया। 2006 में तत्कालीन राष्ट्रपति ए.पी.जे. अब्दुल कलाम बिहार आए थे और उन्होंने अपने संबोधन में नालंदा विश्वविद्यालय को फिर से स्थापित करने की बात की थी।


अहमदाबाद और देश, दुनियाँ की ताजा ख़बरे हमारे Facebook पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें,
और Telegram चैनल पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें



मेरा गाँव मेरा देश

अगर आप एक जागृत नागरिक है और अपने आसपास की घटनाओं या अपने क्षेत्र की समस्याओं को हमारे साथ साझा कर अपने गाँव, शहर और देश को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो जुड़िए हमसे अपनी रिपोर्ट के जरिए. ahmedabadvocalsteam@gmail.com

Follow us on

Copyright © 2021  |  All Rights Reserved.

Powered By Newsify Network Pvt. Ltd.