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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, आग की लपटों में पुस्तकें भले जल जाएं, लेकिन वह ज्ञान को नहीं मिटा सकतीं, जानिए पूरा मामला

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Posted On:Wednesday, June 19, 2024

मुंबई, 19 जून, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। PM नरेंद्र मोदी ने 1749 करोड़ रुपए से बने नालंदा यूनिवर्सिटी के नए कैंपस का उद्घाटन किया। उन्होंने कार्यक्रम को संबोधित किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि मुझे तीसरे कार्यकाल के लिए शपथ ग्रहण करने के बाद पहले 10 दिनों में ही नालंदा आने का मौका मिला है। यह मेरा सौभाग्य तो है ही, मैं इसे भारत की विकास यात्रा के एक शुभ संकेत के रूप में देखता हूं। नालंदा केवल एक नाम नहीं है। नालंदा एक पहचान है, एक सम्मान है। नालंदा एक मूल्य है, मंत्र है, गौरव है, गाथा है। नालंदा इस सत्य का उद्घोष है कि आग की लपटों में पुस्तकें भले जल जाएं, लेकिन आग की लपटें ज्ञान को नहीं मिटा सकतीं। इससे पहले प्रधानमंत्री ने 1600 साल पुराने प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय के खंडहर का दौरा किया। इसके बाद प्रधानमंत्री ने नालंदा यूनिवर्सिटी के नए स्वरूप को देश को समर्पित किया। प्रधानमंत्री ने यूनिवर्सिटी कैंपस में पौधा भी लगाया। कार्यक्रम में 17 देशों के प्रतिनिधि शामिल हैं।

वहीं, कार्यक्रम में सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि यूनिवर्सिटी के लिए कई बार उन्होंने अनुरोध किया था। लेकिन पुरानी सरकार बात नहीं सुनती थी। उन्होंने आगे कहा कि खुशी की बात है कि नालंदा विश्वविद्यालय के परिसर का उद्घाटन आज प्रधानमंत्री मोदी के करकमलों से किया जा रहा है। पुराने नालंदा विश्वविद्यालय में देश के ही नहीं दुनिया की अनेक जगह के लोग आकर पढ़ते थे लेकिन दुर्भाग्य से ये विश्वविद्यालय 1200 ईस्वी में नष्ट हो गया था। 2005 से हम लोगों को काम करने का मौका मिला तब से हमने बिहार के विकास का काम शुरू किया। 2006 में तत्कालीन राष्ट्रपति ए.पी.जे. अब्दुल कलाम बिहार आए थे और उन्होंने अपने संबोधन में नालंदा विश्वविद्यालय को फिर से स्थापित करने की बात की थी।


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