ताजा खबर
अडाणी ने तुर्किए की फर्म सेलेबी से ग्राउंड हैंडलिंग सर्विसेज पार्टनरशिप खत्म की   ||    अहमदाबाद में पालतू कुत्ते के हमले में 4 महीने की बच्ची की मौत, सोसायटी में गुस्सा   ||    ‘क्या 100 आतंकी मारे गए…’, कांग्रेस विधायक ने ऑपरेशन सिंदूर पर सरकार से मांगा सबूत   ||    क्या भयंकर चक्रवाती तूफान आएगा? जानें साइक्लोन Shakti कब-कहां टकराएगा और कितना खतरनाक?   ||    शादी का झांसा देकर किया दुष्कर्म, फिर कोर्ट में फूल देकर जाहिर की शादी की इच्छा   ||    नीरव मोदी को लंदन हाई कोर्ट से झटका, 10वीं जमानत याचिका भी खारिज   ||    भारत ने तुर्की की Celebi Aviation पर कसा शिकंजा, कंपनी ने राष्ट्रपति एर्दोगन की बेटी से कनेक्शन पर द...   ||    रक्षा मंत्री के नाम से फर्जी पत्र वायरल, PIB ने पकड़ा पाकिस्तान का नया झूठ   ||    ‘डोनाल्ड ट्रंप शांतिदूत, हम सीजफायर से खुश…’, भारत-पाकिस्तान युद्ध विराम पर फिर आया अमेरिका का बयान   ||    पाकिस्तान का दोस्त तुर्की भारत का ‘दुश्मन’, जानें India ने कैसे सिखाया सबक?   ||   

ममता ने मोदी को तीनों क्रिमिनल कानूनों को लेकर लिखी चिट्ठी, जानिए पूरा मामला

Photo Source :

Posted On:Friday, June 21, 2024

मुंबई, 21 जून, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखी है। ममता ने मोदी से अपील की है कि तीनों क्रिमिनल कानूनों का लागू होना फिलहाल टाल दें। इन कानूनों को जल्दी में पास किया गया है। बंगाल की सीएम ने संसद से इन कानूनों की नई समीक्षा कराने की मांग की है। न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक, ममता ने इन तीनों कानूनों को लेकर गंभीर चिंता जताई है। सूत्रों के मुताबिक, ममता ने गुरुवार 20 जून को कांग्रेस नेता पी चिदंबरम से मुलाकात की थी। चिदंबरम इन तीनों कानूनों की जांच को लेकर बनाई गई संसद की स्थायी समिति के सदस्य थे। तीन नए आपराधिक कानून 1 जुलाई 2024 से लागू हो जाएंगे। सरकार ने 24 फरवरी 2024 को इससे जुड़ी अधिसूचना जारी की थी। यानी इंडियन पीनल कोड (IPC) की जगह भारतीय न्याय संहिता, क्रिमिनल प्रोसीजर कोड (CrPC) की जगह भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता और एविडेंस एक्ट की जगह भारतीय साक्ष्य अधिनियम लागू हो जाएगा।

वहीं, ममता बनर्जी ने लेटर में लिखा, लोकसभा ने आपराधिक कानूनों के तीनों बिल को तब पास किया, जब 146 सांसदों को सस्पेंड किया गया था। कुछ महीनों में चुनाव होने थे। सरकार ने संसद में बिना चर्चा कराए एकतरफा तरीके से बिल पास करा लिए। जिस दिन बिल पास हुए, उस दिन लोकसभा से करीब 100 सदस्यों और दोनों सदनों से कुल मिलाकर 146 सांसदों को निलंबित किया गया था। 'मेरी आपसे (पीएम मोदी) से अपील है कि कम से कम इन बिलों को अभी लागू होने से रोकें। वजह दो हैं- नैतिक और व्यावहारिक। अब जब चुनाव हो चुके हैं और नए संसद सदस्य चुनकर आ चुके हैं, तब कानूनों में हुए बदलावों को संसद के सामने रखा जाना चाहिए। ममता ने ये भी कहा, मेरा भरोसा है कि अगर कानून लागू नहीं होते और उनका रीव्यू किया जाता है तो इससे लोगों का न्याय व्यवस्था में विश्वास बढ़ेगा और देश में कानून का शासन लागू होगा।

आपको बता दें, 3 विधेयकों से कई धाराएं और प्रावधान बदल गए हैं। IPC में 511 धाराएं थीं, अब 356 बची हैं। 175 धाराएं बदल गई हैं। 8 नई जोड़ी गईं, 22 धाराएं खत्म हो गई हैं। इसी तरह CrPC में 533 धाराएं बची हैं। 160 धाराएं बदली गईं हैं, 9 नई जुड़ी हैं, 9 खत्म हुईं। पूछताछ से ट्रायल तक सुनवाई वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से करने का प्रावधान हो गया है, जो पहले नहीं था। सबसे बड़ा बदलाव यह है कि अब ट्रायल कोर्ट को हर फैसला अधिकतम 3 साल में देना होगा। देश में 5 करोड़ केस पेंडिंग हैं। इनमें से 4.44 करोड़ केस ट्रायल कोर्ट में हैं। इसी तरह जिला अदालतों में जजों के 25,042 पदों में से 5,850 पद खाली हैं।


अहमदाबाद और देश, दुनियाँ की ताजा ख़बरे हमारे Facebook पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें,
और Telegram चैनल पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें



मेरा गाँव मेरा देश

अगर आप एक जागृत नागरिक है और अपने आसपास की घटनाओं या अपने क्षेत्र की समस्याओं को हमारे साथ साझा कर अपने गाँव, शहर और देश को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो जुड़िए हमसे अपनी रिपोर्ट के जरिए. ahmedabadvocalsteam@gmail.com

Follow us on

Copyright © 2021  |  All Rights Reserved.

Powered By Newsify Network Pvt. Ltd.