ताजा खबर
चंदोला झील में अतिक्रमण पर चला बुलडोज़र, हाईकोर्ट ने कार्रवाई पर रोक से किया इनकार   ||    अहमदाबाद में 'ऑपरेशन क्लीन': मिनी बांग्लादेश पर AMC की अब तक की सबसे बड़ी बुलडोजर कार्रवाई   ||    भारत ने UN में उड़ाई पाकिस्तान की धज्जियां, कहा- आपके मंत्री ने स्वीकारा कि आतंकवाद को पैसा-प्रशिक्ष...   ||    POK में लॉन्चिंग पैड से बंकरों में पहुंचे आतंकी, भारत की जवाबी कार्रवाई से डरा पाकिस्तान   ||    Canada Elections: कनाडा में किस पार्टी की सरकार बनने के चांस, सर्वे में किसे मिल रही कितनी सीटें?   ||    चीन का पाकिस्तान के साथ होना क्यों हैरानी भरा नहीं, कैसे हैं दोनों के रिश्ते…   ||    पाकिस्तान PM किस बीमारी के चलते अस्पताल में दाखिल, हॉस्पिटल के गुप्त दस्तावेज से रिवील   ||    भारत के रुख से पाक पीएम की तबीयत बिगड़ी, अस्पताल में एडमिट   ||    29 अप्रैल का इतिहास: महत्वपूर्ण घटनाएँ और जश्न के पल   ||    Fact Check: पहलगाम हमले के बाद भारत से पाकिस्तान जाने वालों को नहीं है ये वीडियो, जानें इसकी सच्चाई   ||   

शहरी इलाकों में तीन महीनों में बढ़ गई बेरोजगारों की संख्या, एक साल में महिलाओं को मिली ज्यादा जॉब

Photo Source :

Posted On:Thursday, May 16, 2024

आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण (पीएलएफएस) ने देश में रोजगार की स्थिति को लेकर आंकड़े जारी किए हैं। इन आंकड़ों के मुताबिक पिछले तीन महीनों में देश के शहरी इलाकों में बेरोजगारी दर बढ़ी है. हालांकि, पिछले एक साल की तुलना में इसमें थोड़ी गिरावट आई है। आंकड़ों के मुताबिक, वित्त वर्ष 2023-24 की तीसरी तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर) में बेरोजगारी दर 6.5 फीसदी थी. जबकि चौथी तिमाही (जनवरी-मार्च) में यह बढ़कर 6.7 फीसदी हो गई. इस तिमाही में इसमें 0.2 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. इस सर्वे में 15 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को शामिल किया गया है.

एक साल में सुधार हुआ

आंकड़े बताते हैं कि पिछले एक साल में शहरी क्षेत्रों में रोजगार में सुधार हुआ है। वित्त वर्ष 2022-23 की चौथी तिमाही (जनवरी-मार्च) में देश में बेरोजगारी दर 6.8 फीसदी रही. जबकि वित्त वर्ष 2023-24 की चौथी तिमाही (जनवरी-मार्च) में यह गिरकर महज 6.7 फीसदी रह गई. इस प्रकार, पिछले एक साल में बेरोजगारी दर में 0.1 प्रतिशत की मामूली कमी आई है।

पुरुषों की तुलना में महिलाओं की स्थिति में सुधार हुआ है

रोजगार पाने के मामले में महिलाओं की स्थिति में सुधार हुआ है। महिलाओं में बेरोजगारी दर एक साल पहले (जनवरी-मार्च 2023) 9.2 फीसदी थी जो घटकर 8.5 फीसदी (जनवरी-मार्च 2024) हो गई है. इस अवधि के दौरान पुरुषों में बेरोजगारी दर में वृद्धि हुई। जनवरी-मार्च 2023 में पुरुष बेरोजगारी दर 6 प्रतिशत थी, जो एक साल बाद जनवरी-मार्च 2024 में बढ़कर 6.1 प्रतिशत हो गई।

श्रम बल की भागीदारी बढ़ी

पिछले एक साल में देश में श्रम बल भागीदारी दर में भी वृद्धि हुई है। जनवरी-मार्च 2023 में यह 48.5 फीसदी थी. अगले साल जनवरी-मार्च 2024 में यह बढ़कर 50.2 फीसदी हो गई. 15 वर्ष और उससे अधिक उम्र के लोगों में यह भागीदारी बढ़ी है। इसमें पुरुषों की भागीदारी 73.5 फीसदी से बढ़कर 74.4 फीसदी हो गई है. महिलाओं की भागीदारी भी बढ़ी. महिलाओं की यह भागीदारी 22.7 प्रतिशत से बढ़कर 25.6 प्रतिशत हो गयी है।

जानिए- क्या है श्रम शक्ति

आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण (पीएलएफएस) किसी देश की आबादी का वह हिस्सा है जो वस्तुओं और सेवाओं (श्रम) के उत्पादन के लिए काम करता है और बदले में पैसा यानी कमाई प्राप्त करता है। पीएलएफएस को वर्ष 2017 में राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण कार्यालय (एनएसएसओ) द्वारा लॉन्च किया गया था।


अहमदाबाद और देश, दुनियाँ की ताजा ख़बरे हमारे Facebook पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें,
और Telegram चैनल पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें



मेरा गाँव मेरा देश

अगर आप एक जागृत नागरिक है और अपने आसपास की घटनाओं या अपने क्षेत्र की समस्याओं को हमारे साथ साझा कर अपने गाँव, शहर और देश को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो जुड़िए हमसे अपनी रिपोर्ट के जरिए. ahmedabadvocalsteam@gmail.com

Follow us on

Copyright © 2021  |  All Rights Reserved.

Powered By Newsify Network Pvt. Ltd.