22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादियों द्वारा किया गया कायराना हमला, जो भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव को और बढ़ा गया, भारतीय सेना के लिए एक बड़ा चुनौती बनकर सामने आया। इस हमले में आतंकवादियों ने निर्दोष नागरिकों और सुरक्षाबलों को निशाना बनाया था, जिससे पूरे देश में गुस्सा और आक्रोश फैल गया। इस हमले का जवाब देने के लिए भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर की शुरुआत की, जिसके तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओजेके) के 9 आतंकी ठिकानों को नष्ट किया गया। लेकिन इसके बाद भी पाकिस्तान की तरफ से लगातार उकसावे की कार्रवाई की जा रही थी। ऐसे में भारत ने पाकिस्तान को एक और करारा जवाब दिया है— यह था वॉटर अटैक।
वॉटर अटैक: चिनाब नदी पर बांध के गेट खोले गए
भारत के इस वॉटर अटैक को लेकर अब तक जो विजुअल्स सामने आए हैं, वे काफी चौंकाने वाले हैं। न्यूज एजेंसी ANI द्वारा शेयर किए गए विजुअल्स में देखा गया कि जम्मू-कश्मीर में स्थित चिनाब नदी पर बने रियासी के सलाल बांध के तीन गेट खोले गए हैं। इसके अलावा, रामबन में बने बगलिहार हाइड्रोइलेक्ट्रिक पावर प्रोजेक्ट के एक गेट को भी खोला गया। इन बांधों के दरवाजे खोलने के बाद, पाकिस्तान की तरफ बहने वाले पानी का बहाव तेज हो गया है, जो पाकिस्तान के लिए गंभीर समस्याएं उत्पन्न कर सकता है।
भारत का कदम: पाकिस्तान को सबक सिखाने की रणनीति
भारत ने यह कदम उस समय उठाया जब पाकिस्तानी सेना ने भारत के खिलाफ सीमा पर गोलीबारी शुरू कर दी थी। ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों को नष्ट करने के बाद, भारत ने एक और कदम बढ़ाया और चिनाब नदी और बगलिहार डैम के गेट खोल दिए, जिससे पाकिस्तान की तरफ पानी का बहाव बढ़ा दिया गया। यह कार्रवाई भारत की तरफ से पाकिस्तान को एक स्पष्ट संदेश देने का तरीका है कि वह आतंकवाद के खिलाफ अपनी कार्रवाई से कोई समझौता नहीं करेगा और पाकिस्तान को हर हाल में इसका जवाब दिया जाएगा।
पानी की समस्या: पाकिस्तान के लिए गंभीर संकट
भारत के इस कदम का पाकिस्तान पर गहरा असर पड़ने की संभावना है। पिछले कुछ दिनों में, भारत ने सलाल और बगलिहार डैम के दरवाजे बंद कर दिए थे, जिससे नदी के जलस्तर में 25 से 30 फीट की कमी आई थी। इससे पाकिस्तान को एक राहत मिल रही थी, लेकिन अब जब बांधों के दरवाजे खोले गए हैं, तो पानी का बहाव पाकिस्तान की तरफ तेज हो गया है। यह पानी पाकिस्तान के खेतों, कृषि क्षेत्र, और अन्य इंफ्रास्ट्रक्चर को प्रभावित कर सकता है। पाकिस्तान के लिए यह एक गंभीर संकट साबित हो सकता है, क्योंकि यह प्राकृतिक आपदा बाढ़ के रूप में सामने आ सकती है, जिससे न केवल पाकिस्तान की कृषि व्यवस्था पर दबाव पड़ेगा, बल्कि उसकी आर्थिक स्थिति भी प्रभावित हो सकती है।
भारत का कड़ा संदेश: आतंकवाद के खिलाफ सख्त कदम
भारत ने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि पाकिस्तान को आतंकवाद के खिलाफ कठोर कदम उठाने के लिए मजबूर किया जाएगा। पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद, जिसमें निर्दोष नागरिकों की जान गई थी, भारत में गुस्से की लहर थी। ऑपरेशन सिंदूर के तहत एयर स्ट्राइक से लेकर अब वॉटर अटैक तक, भारत ने पाकिस्तान को यह बता दिया है कि वह आतंकवाद को लेकर किसी प्रकार का समझौता नहीं करेगा। पाकिस्तान को यह संकेत भी दिया गया है कि यदि वह अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आता, तो भारत अपने जवाब को और भी तेज कर सकता है।
क्या इसका असर पाकिस्तान पर पड़ेगा?
पाकिस्तान के लिए इस समय की स्थिति चुनौतीपूर्ण है। सलाल और बगलिहार डैम के गेट खोलने से पानी का बहाव बढ़ने से पाकिस्तान के कई हिस्सों में बाढ़ की स्थिति पैदा हो सकती है। यह न केवल उनकी आर्थिक स्थिति को प्रभावित करेगा, बल्कि उनकी कृषि व्यवस्था भी बुरी तरह से प्रभावित हो सकती है। ऐसे समय में पाकिस्तान के लिए अपने नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना और जल प्रबंधन पर ध्यान देना एक बड़ी चुनौती बन जाएगा।
इसके अलावा, पाकिस्तान की ओर से कई बार भारत को उकसाने के प्रयास किए गए हैं, लेकिन अब भारत ने एक नया मोर्चा खोल दिया है, जो पूरी दुनिया को यह बताता है कि आतंकवाद के खिलाफ उसकी नीति कितनी कड़ी है। यह वॉटर अटैक भारत की तरफ से पाकिस्तान को यह संदेश देने के लिए है कि आतंकवाद के खिलाफ भारत किसी भी हद तक जा सकता है।
निष्कर्ष
भारत-पाकिस्तान के बीच यह तनावपूर्ण स्थिति, जो 22 अप्रैल के कायराना आतंकी हमले के बाद से बढ़ी है, अब एक नए मोड़ पर पहुंच गई है। ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारतीय सेना द्वारा पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों को नष्ट करने के बाद, भारत ने वॉटर अटैक के रूप में पाकिस्तान को एक और संदेश दिया है। यह कदम पाकिस्तान की कृषि और आर्थिक व्यवस्था पर दबाव डालने के साथ-साथ उसे आतंकवाद के खिलाफ कठोर कदम उठाने के लिए मजबूर कर सकता है। भारत का यह संदेश साफ है— आतंकवाद के खिलाफ उसकी लड़ाई लगातार जारी रहेगी, और पाकिस्तान को इसके लिए कीमत चुकानी पड़ेगी।