ताजा खबर
भारत ने UN में उड़ाई पाकिस्तान की धज्जियां, कहा- आपके मंत्री ने स्वीकारा कि आतंकवाद को पैसा-प्रशिक्ष...   ||    POK में लॉन्चिंग पैड से बंकरों में पहुंचे आतंकी, भारत की जवाबी कार्रवाई से डरा पाकिस्तान   ||    Canada Elections: कनाडा में किस पार्टी की सरकार बनने के चांस, सर्वे में किसे मिल रही कितनी सीटें?   ||    चीन का पाकिस्तान के साथ होना क्यों हैरानी भरा नहीं, कैसे हैं दोनों के रिश्ते…   ||    पाकिस्तान PM किस बीमारी के चलते अस्पताल में दाखिल, हॉस्पिटल के गुप्त दस्तावेज से रिवील   ||    भारत के रुख से पाक पीएम की तबीयत बिगड़ी, अस्पताल में एडमिट   ||    29 अप्रैल का इतिहास: महत्वपूर्ण घटनाएँ और जश्न के पल   ||    Fact Check: पहलगाम हमले के बाद भारत से पाकिस्तान जाने वालों को नहीं है ये वीडियो, जानें इसकी सच्चाई   ||    Parashurama Janmotsav 2025: भगवान विष्णु के छठे अवतार परशुराम जी का जन्मोत्सव 29 अप्रैल को, जानें सब...   ||    IPL 2025: ‘कोई डर नहीं है, मैं बस गेंद देखता हूं’, धांसू शतक जड़ने के बाद वैभव सूर्यवंशी ने दिया बड़...   ||   

कैसे लोगो ने बना दिए एक पूरा दिन मज़ाक – “अप्रैल फूल डे” |

Photo Source :

Posted On:Thursday, April 15, 2021

अप्रैल फूल डे प्रत्येक वर्ष अप्रैल को विभिन्न संस्कृतियों द्वारा कई शताब्दियों से मनाया गया है | हालांकि इसकी सटीक उत्पत्ति एक रहस्य बनी हुई है। अप्रैल फूल दिवस की परंपराओं में दूसरों पर अकड़ या व्यावहारिक मजाक करना होता है | अक्सर “अप्रैल फूल”! बोलकर लोगो से मज़ाक किआ जाता है |

कुछ इतिहासकार अनुमान लगाते हैं कि अप्रैल फूल डे १५८२ से शुरू हुआ था ,जब फ्रांस ने जूलियन कैलेंडर से ग्रेगोरियन कैलेंडर में बदल दिया | जूलियन कैलेंडर में, हिंदू कैलेंडर में नए साल १ अप्रैल के आसपास वसंत विषुव के साथ शुरू होता था | जो लोग समाचार प्राप्त करने में धीमे थे या यह पहचानने में विफल रहे कि नए साल की शुरुआत १ जनवरी को हो गई थी, और १ अप्रैल से मार्च के अंतिम सप्ताह के दौरान नव वर्ष को मनाना जारी रखा , चुटकुले और झांसे का माध्यम बन गए और उन्हें “अप्रैल फूल” कहा गया | इन प्रैंक में कागज़ की परछी को उनकी पीठ पर रखा जाना और “पोइसन डी'विल”(अप्रैल फिश) के रूप में जाना जाता था | एक भोले व्यक्ति को आसानी से मुर्ख बनाना तब से एक प्रथा होगाई | इस बात की भी अटकलें हैं कि अप्रैल फूल्स डे को उत्तरी विषुव में वसंत के पहले दिन से जोड़ा गया था, जब मदर नेचर ने बदलते मौसम, अप्रत्याशित मौसम के साथ लोगों को बेवकूफ बनाया था। अप्रैल फूल दिवस १८ वीं शताब्दी के दौरान पूरे ब्रिटेन में फैल गया। स्कॉटलैंड में परंपरा दो दिन की घटना बन गई जिसकी शुरुआत गॉव का शिकार करना था (गॉव कोयल पक्षी के लिए एक शब्द है मूर्ख के लिए एक प्रतीक है) | और इसी के साथ अगले दिन “तैलीय डे” जिसमे लोगों के साथ मज़ाक, जैसे नकली पूंछ या उन पर "मुझे लात मारना" संकेतों को पिन करना। इतिहासकारों ने अप्रैल फूल दिवस को हिलारिया जैसे त्योहारों से जोड़ा है, जो प्राचीन रोम में सिबेले के पंथ के अनुयायियों द्वारा मार्च के अंत में मनाया जाता था।


अहमदाबाद और देश, दुनियाँ की ताजा ख़बरे हमारे Facebook पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें,
और Telegram चैनल पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें



मेरा गाँव मेरा देश

अगर आप एक जागृत नागरिक है और अपने आसपास की घटनाओं या अपने क्षेत्र की समस्याओं को हमारे साथ साझा कर अपने गाँव, शहर और देश को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो जुड़िए हमसे अपनी रिपोर्ट के जरिए. ahmedabadvocalsteam@gmail.com

Follow us on

Copyright © 2021  |  All Rights Reserved.

Powered By Newsify Network Pvt. Ltd.