ताजा खबर
सीमेंट रोड योजना पर लगी ब्रेक, अहमदाबाद में खर्च और काम का मांगा हिसाब   ||    कांकरिया लेकफ्रंट पर बच्चों को मिला नया तोहफ़ा, बाल वाटिका का भव्य पुनर्निर्माण   ||    जैकी श्रॉफ ने कारगिल विजय दिवस पर भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी!   ||    श्रुति हासन ने कमल हासन के राज्यसभा शपथ ग्रहण पर लिखा भावुक नोट   ||    दिलजीत दोसांझ ने की बॉर्डर 2 शूटिंग पूरी!   ||    रुसलान ने टक टॉक टाइमआउट के साथ वर्टिकल स्टोरीटेलिंग को बताया “अगला बड़ा कदम”   ||    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेता, ट्रंप-मैक्रो को छोड़ा पीछे   ||    ‘कंबोडिया जाना हो सकता है खतरनाक’, भारत की अपने नागरिकों के लिए ट्रैवल एडवाइजरी   ||    Battlefield Tourism क्या होता है? देशभक्ति और इतिहास के बारे में बढ़ेगी जागरूकता   ||    आज कहां है कैप्टन विक्रम बत्रा का परिवार? टाइगर हिल पर लहराया था तिरंगा, डिंपल को भी भूले लोग   ||   

14 मई का इतिहास: महत्वपूर्ण घटनाएँ और ऐतिहासिक दृष्टिकोण

Photo Source :

Posted On:Wednesday, May 14, 2025

14 मई का दिन इतिहास में कई महत्वपूर्ण घटनाओं और उथल-पुथल के लिए जाना जाता है। इस दिन दुनिया भर में कई ऐतिहासिक घटनाएँ घटी, जिनका असर न सिर्फ तत्कालीन समाज पर पड़ा, बल्कि उन्होंने समय के साथ समाज, राजनीति, विज्ञान, और अन्य क्षेत्रों में गहरे बदलाव किए। आइए जानते हैं 14 मई की कुछ प्रमुख घटनाओं के बारे में।

1. 1948: इज़राइल का राज्य स्थापना

14 मई 1948 को इज़राइल ने औपचारिक रूप से अपने स्वतंत्र राज्य की घोषणा की। यह घटना मध्य पूर्व में एक ऐतिहासिक मोड़ साबित हुई, क्योंकि इसने इज़राइल और आसपास के अरब देशों के बीच संघर्ष को जन्म दिया। इज़राइल के पहले प्रधानमंत्री डेविड बेन-गुरियन ने इस दिन राज्य की स्थापना की घोषणा की, जिससे यह दिन इज़राइल के इतिहास में सबसे महत्वपूर्ण दिन बन गया। इस घोषणा के बाद, इज़राइल के आसपास के अरब देशों ने इसे अस्वीकार किया और इस कदम के खिलाफ युद्ध शुरू कर दिया, जो 1948-1949 के अरब-इज़राइल युद्ध के रूप में जाना जाता है।

2. 1966: चीन में सांस्कृतिक क्रांति की शुरुआत

14 मई 1966 को चीन में माओ जेडॉन्ग द्वारा सांस्कृतिक क्रांति की शुरुआत की घोषणा की गई। यह एक ऐसी घटना थी, जिसने चीनी समाज में गहरे बदलावों को जन्म दिया। इस क्रांति का उद्देश्य पुरानी परंपराओं, संस्कृति, धार्मिक विश्वासों और विचारों को नष्ट करना और एक नई समाजवादी संस्कृति स्थापित करना था। सांस्कृतिक क्रांति ने लाखों लोगों को प्रभावित किया, जिसमें बड़े पैमाने पर शैक्षिक संस्थानों का शुद्धिकरण और कई ऐतिहासिक धरोहरों का विनाश शामिल था। यह एक अत्यधिक विवादास्पद और उथल-पुथल वाली अवधि थी, जिसने चीनी समाज को गहरे तक प्रभावित किया।

3. 1988: पाकिस्तान में आम चुनाव

14 मई 1988 को पाकिस्तान में आम चुनाव हुए, जो राजनीतिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण थे। इन चुनावों में पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) ने अपनी जीत हासिल की और बेनजीर भुट्टो को प्रधानमंत्री के रूप में चुना गया। यह पाकिस्तान के इतिहास में एक महत्वपूर्ण मोड़ था, क्योंकि बेनजीर भुट्टो पाकिस्तान की पहली महिला प्रधानमंत्री बनीं। उनके चुनाव ने न केवल पाकिस्तान की राजनीति में महिलाओं की भूमिका को नई दिशा दी, बल्कि यह देश की लोकतांत्रिक प्रक्रिया को भी प्रभावित किया।

4. 1607: जेम्सटाउन की स्थापना

14 मई 1607 को ब्रिटिश उपनिवेशी जेम्सटाउन (जो अब वर्जीनिया, अमेरिका में है) की स्थापना हुई। यह अमेरिकी उपनिवेश की पहली स्थायी बस्ती थी और इसका महत्व आज भी अमेरिकी इतिहास में विशेष है। जेम्सटाउन की स्थापना ने अमेरिका में ब्रिटिश उपनिवेशवाद के विस्तार की दिशा को स्पष्ट किया। जेम्सटाउन की स्थापना के बाद, इंग्लैंड ने अपनी शक्ति बढ़ाने के लिए कई अन्य उपनिवेश स्थापित किए, जो अंततः अमेरिकी स्वतंत्रता संग्राम का कारण बने।

5. 1955: वारसॉ संधि का गठन

14 मई 1955 को वारसॉ संधि की स्थापना की गई, जिसे पूर्वी ब्लॉक के देशों ने सोवियत संघ की अगुवाई में मिलकर बनाया था। यह संधि एक सामूहिक सुरक्षा समझौता था, जिसका उद्देश्य पश्चिमी देशों, विशेष रूप से नाटो, के खिलाफ सोवियत संघ और उसके सहयोगी देशों की रक्षा करना था। वारसॉ संधि ने शीत युद्ध के दौरान सोवियत संघ की ताकत को बढ़ाया और पश्चिमी देशों के साथ टकराव की स्थिति को और तेज किया। हालांकि, 1991 में सोवियत संघ के पतन के बाद यह संधि समाप्त हो गई।

6. 2004: नेल्सन मंडेला को एक नया पुरस्कार

14 मई 2004 को नेल्सन मंडेला को "ऑर्डर ऑफ ज़ुलू किंगडम" से सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार दक्षिण अफ्रीका के इस महान नेता को उनके संघर्ष और देश में नस्लवाद के खिलाफ उनके योगदान के लिए दिया गया। मंडेला को विश्वभर में एक सम्मानित नेता माना जाता है, और उनका कार्य आज भी लोगों को प्रेरित करता है।

7. 1998: भारत ने पोखरण-II परमाणु परीक्षण किए

14 मई 1998 को भारत ने पोखरण-II परमाणु परीक्षण किए, जो एक ऐतिहासिक घटना थी। भारत ने पांच परमाणु बम परीक्षणों को सफलतापूर्वक अंजाम दिया और इस प्रकार वह परमाणु हथियारों से संपन्न देशों के क्लब का सदस्य बन गया। यह घटना भारत की सुरक्षा नीति और अंतरराष्ट्रीय कूटनीति में महत्वपूर्ण बदलाव का संकेत थी। भारत ने इस परीक्षण के बाद परमाणु हथियारों की रणनीतिक स्थिति को फिर से निर्धारित किया।

निष्कर्ष

14 मई का दिन इतिहास में कई महत्वपूर्ण घटनाओं के लिए जाना जाता है। चाहे वह इज़राइल का राज्य स्थापना हो, चीन की सांस्कृतिक क्रांति, पाकिस्तान में आम चुनाव, या भारत द्वारा परमाणु परीक्षण, यह दिन दुनिया के विभिन्न हिस्सों में गहरे प्रभाव डालने वाली घटनाओं का गवाह रहा है। इन घटनाओं ने न केवल उनके समय के इतिहास को आकार दिया, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए भी महत्वपूर्ण सबक छोड़े।


अहमदाबाद और देश, दुनियाँ की ताजा ख़बरे हमारे Facebook पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें,
और Telegram चैनल पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें



मेरा गाँव मेरा देश

अगर आप एक जागृत नागरिक है और अपने आसपास की घटनाओं या अपने क्षेत्र की समस्याओं को हमारे साथ साझा कर अपने गाँव, शहर और देश को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो जुड़िए हमसे अपनी रिपोर्ट के जरिए. ahmedabadvocalsteam@gmail.com

Follow us on

Copyright © 2021  |  All Rights Reserved.

Powered By Newsify Network Pvt. Ltd.