ताजा खबर
अहमदाबाद हादसे के बाद एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी का अनावरण टला   ||    एअर इंडिया हादसे का वीडियो बनाने वाला 17 साल का आर्यन, पुलिस ने दर्ज किया बयान   ||    LIVE Weather News 14 June 2025: आज से बदल सकता है दिल्ली में मौसम का मिजाज, किन राज्यों में लू का अल...   ||    ‘खराब फ्यूल हो सकता है हादसे का कारण…’, Ahmedabad Plane Crash पर क्या बोले विशेषज्ञ   ||    LIVE आज की ताजा खबर, हिंदी न्यूज Aaj Ki Taaza Khabar, 14 जून 2025: अहमदाबाद पहुंचे पूर्व CM विजय रुप...   ||    अहमदाबाद प्लेन क्रैश पर आया एअर इंडिया के CEO का बयान, जांच को लेकर कही ये बात   ||    Ahmedabad Plane Crash LIVE Update: डीएनए टेस्ट के लिए सैंपल देने आएंगे पूर्व सीएम रूपाणी के बेटे   ||    1 दो नहीं 7 बार सोनम-राज ने रची थी साजिश, पहले 2 प्लान हो जाते सफल तो ना जाती राजा की जान   ||    LIVE Israel Iran War Updates: ईरान के समर्थन में आया चीन, इजरायल के हवाई हमलों को बताया संप्रभुता को...   ||    लॉस एंजेलिस में बिगड़े हालात, अमेरिका ने 200 मरीन जवान किए तैनात   ||   

मतंगेश्वर महादेव मंदिर का रहस्य, हर साल बढ़ती है शिवलिंग की लंबाई, जानें कैसे पहुंची भगवान शंकर के पास मरकत मणि?

Photo Source :

Posted On:Monday, September 11, 2023

मतंगेश्वर महादेव मंदिर: हर साल कार्तिक माह की शरद पूर्णिमा के दिन यहां शिवलिंग की लंबाई तिल के बराबर बढ़ जाती है। चमत्कारिक रूप से शिवलिंग पहले से भी ऊंचा दिखाई देता है।मध्य प्रदेश के खजुराहो मंदिर अपनी हजारों साल पुरानी वास्तुकला के कारण पूरी दुनिया के आकर्षण का केंद्र हैं और यूनेस्को ने इन्हें विश्व धरोहर स्थल के रूप में सूचीबद्ध किया है। इतिहास में यहां 85 मंदिरों के प्रमाण हैं, लेकिन आज केवल 25 ही बचे हैं।

इन मंदिरों में से एकमात्र मतंगेश्वर महादेव मंदिर ही लोगों की आस्था का केंद्र है। ऐसा माना जाता है कि मंदिर में मौजूद इस शिवलिंग की लंबाई हर साल शरद पूर्णिमा के दिन एक इंच बढ़ जाती है। यहां के अधिकारी इसे मापने वाले टेप से मापते हैं।मतंगेश्वर महादेव मंदिर के पुजारी बाबू लाल गौतम बताते हैं कि यहां का शिवलिंग 9 फीट गहरा और बाहर भी इतना ही है। ऐसा माना जाता है कि मंदिर में मौजूद इस शिवलिंग की लंबाई हर साल शरद पूर्णिमा के दिन एक इंच बढ़ जाती है।

हर साल, कार्तिक माह में शरद पूर्णिमा के दिन, शिवलिंग की लंबाई एक तिल के आकार तक बढ़ जाती है।शिवलिंग की लंबाई मापने के लिए पर्यटन विभाग के कर्मचारी नियमित रूप से मापने वाले टेप का उपयोग करते हैं। चमत्कारिक रूप से शिवलिंग पहले से भी ऊंचा दिखाई देता है।पुजारी बाबूलाल गौतम का कहना है कि मंदिर की खास बात यह है कि यहां का शिवलिंग जितना ऊपर की ओर बढ़ता है, उतना ही नीचे की ओर भी जाता है।

इस दिन मंदिर में शिवलिंग के इस अद्भुत चमत्कार को देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ती है। वैसे तो यह मंदिर साल भर भक्तों से भरा रहता है, लेकिन सावन के महीने में यहां भक्तों की भीड़ लग जाती है। दर्शन के लिए लोगों की लंबी कतारें देखने को मिल रही हैं।लक्ष्मण मंदिर के पास स्थित यह मंदिर 35 फीट के वर्गाकार क्षेत्र में बना हुआ है। इसका गर्भगृह भी वर्गाकार है। प्रवेश द्वार पूर्व दिशा की ओर है। मंदिर का शिखर बहुमंजिला है। ट्रेवल मैनेजर अजय कश्यप के अनुसार इसका निर्माण काल ​​लगभग 900 से 925 ई. माना जाता है।

इस मंदिर का निर्माण चंदेल शासक हर्षदेव के काल में हुआ था। मंदिर के गर्भगृह में एक विशाल शिवलिंग है, जो लगभग 9 फीट ऊंचा है। इसकी परिधि भी लगभग 4 फीट है। इस शिवलिंग को मृत्युंजय महादेव के नाम से भी जाना जाता है।इतिहासकारों का कहना है कि छतरपुर जिले के खजुराहो में कभी 85 मंदिर थे, लेकिन अब कुछ ही मंदिर बचे हैं। पुरातात्विक मंदिरों में मतंगेश्वर महादेव ही एकमात्र ऐसा मंदिर है जहां आज भी पूजा होती है। यह मंदिर आज भी आस्था का केंद्र है। मतंगेश्वर महादेव मंदिर खजुराहो का सबसे ऊंचा मंदिर माना जाता है।

पौराणिक कथाओं के अनुसार, भगवान शंकर के पास एक पन्ना मणि थी, जिसे शिव ने पांडवों के भाई युधिष्ठिर को दे दी थी। युधिष्ठिर से वह रत्न मणि मतंग ऋषि के पास पहुंचा और उन्होंने उसे चंदेल राजा हर्षवर्मन को दे दिया। ऋषि मतंग को उनकी मणि के कारण मतंगेश्वर महादेव नाम दिया गया था, क्योंकि मणि को सुरक्षा के लिए शिवलिंग के बीच जमीन में गाड़ दिया गया था। कहा जाता है कि तभी से यह मणि शिवलिंग के नीचे है।

खजुराहो में मतंगेश्वर महादेव मंदिर एकमात्र ऐसा मंदिर है जहां सदियों से प्रतिदिन भगवान शिव की पूजा की जाती है। इस मंदिर की दीवारों पर पश्चिमी दुनिया के मंदिरों की तरह कोई आकृतियाँ नहीं हैं। यह एकमात्र ऐसा मंदिर है जो अपने धार्मिक महत्व के कारण विशेष स्थान रखता है। इसे चंदेल राजाओं ने पूजा-अर्चना के उद्देश्य से बनवाया था। सावन और महाशिवरात्रि पर इस आस्था केंद्र पर भारी भीड़ उमड़ती है।


अहमदाबाद और देश, दुनियाँ की ताजा ख़बरे हमारे Facebook पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें,
और Telegram चैनल पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें



मेरा गाँव मेरा देश

अगर आप एक जागृत नागरिक है और अपने आसपास की घटनाओं या अपने क्षेत्र की समस्याओं को हमारे साथ साझा कर अपने गाँव, शहर और देश को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो जुड़िए हमसे अपनी रिपोर्ट के जरिए. ahmedabadvocalsteam@gmail.com

Follow us on

Copyright © 2021  |  All Rights Reserved.

Powered By Newsify Network Pvt. Ltd.