ताजा खबर
गुजरात साइंस सिटी में अफ्रीकी पेंगुइन के तीन बच्चों का जन्म, नामकरण हुआ   ||    केंद्र सरकार के निर्देश पर गुजरात में अवैध प्रवासियों के खिलाफ कार्रवाई, 400 से अधिक हिरासत में   ||    बाढ़ या सूखा? सिंधु जल संधि खत्म होने से पाकिस्तान को 5 नुकसान, भारत का बड़ा फायदा; 4 पॉइंट में जाने...   ||    पहलगाम हमले में Hamas के 3 टॉप कमांडर शामिल, दावा- पाकिस्तान में हैं एक्टिव   ||    LoC पर पाकिस्तान के हर वार पर पलटवार कर रही इंडियन आर्मी, आज फिर दिया जवाब   ||    पाकिस्तान से भारत का Revenge प्लान तैयार है क्या? जानें भारतीय सेना दुश्मन को कैसे दे सकती है मुंहतो...   ||    पाक की एक और नापाक हरकत…कैप्टन अभिमन्यु का फोटो दिखा दी मारने की धमकी   ||    पाकिस्तानी सेना के 10 जवानों को मारने का दावा, BLA आर्मी ने शेयर किया वीडियो   ||    न डरेंगे न कश्मीर छोड़कर जाएंगे…आतंकी हमले के बाद भी पहलगाम में रुककर टूरिस्टों ने दिखाई दिलेरी   ||    UPI ID भी अपनों से कर सकेंगे शेयर, क्या है यूपीआई सर्किल, जिससे होगा ये आसान   ||   

Sawan 2023: सावन के छटवें सोमवार पर रात ढाई बजे जागे बाबा महाकाल, घटाटोप स्वरूप में आज भक्तों को देंगे दर्शन

Photo Source :

Posted On:Monday, August 14, 2023

मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले में स्थित महाकालेश्वर मंदिर में छठे श्रावण सोमवार को पूजा-अर्चना के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु उमड़े। सुबह के शुरुआती घंटों में, भक्तों ने मंदिर में भगवान शिव का आशीर्वाद लेने के लिए कतारें लगाईं और बाबा महाकाल को समर्पित विशेष 'भस्म आरती' समारोह में भी भाग लिया।'भस्म आरती', यहां का एक प्रसिद्ध अनुष्ठान है, जो 'ब्रह्म मुहूर्त' के दौरान सुबह लगभग 3:30 से 5:30 बजे के बीच होता है।

मंदिर के पुजारी महेश शर्मा के मुताबिक भस्म आरती से पहले बाबा महाकाल का जल से पवित्र स्नान और पंचामृत महाभिषेक किया गया. इसमें दूध, दही, घी, शहद और फलों के रस के मिश्रण से देवता का अभिषेक करना शामिल था।जलाभिषेक के बाद बाबा महाकाल को भांग और चंदन से शृंगार कर सुरुचिपूर्ण पोशाक पहनाई गई। इसके बाद, ढोल की लयबद्ध थाप और शंख की गूंजती आवाज के साथ भस्म आरती शुरू हुई।

'सावन', जिसे 'श्रावण' के नाम से भी जाना जाता है, हिंदू चंद्र कैलेंडर के पांचवें महीने से संबंधित है और इसका गहरा धार्मिक महत्व है। इस महीने के दौरान प्रत्येक सोमवार को उपवास करने और भगवान शिव का आशीर्वाद पाने के लिए एक असाधारण शुभ अवधि माना जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार श्रावण मास भगवान शिव को विशेष प्रिय है। माना जाता है कि इस अवधि के दौरान भगवान की पूजा करने से कष्टों से तुरंत राहत मिलती है।

इस वर्ष, श्रावण मास 59 दिनों का है, जो 4 जुलाई से शुरू होकर 31 अगस्त को समाप्त होगा। इसके अलावा, श्रावण-भादो महीनों में प्रत्येक सोमवार को बाबा महाकाल की 'सवारी' (जुलूस) निकालने की प्रथा है। नतीजतन, आज बाबा महाकाल की शाम की सवारी की भी योजना बनाई गई है। ऐसा माना जाता है कि बाबा महाकाल जनता का हालचाल जानने के लिए नगर भ्रमण पर निकलते हैं। सवारी के दौरान महाकाल की एक झलक पाने के लिए भक्त खुद को भाग्यशाली मानते हुए सड़क के किनारे घंटों इंतजार करते हैं।


अहमदाबाद और देश, दुनियाँ की ताजा ख़बरे हमारे Facebook पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें,
और Telegram चैनल पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें



मेरा गाँव मेरा देश

अगर आप एक जागृत नागरिक है और अपने आसपास की घटनाओं या अपने क्षेत्र की समस्याओं को हमारे साथ साझा कर अपने गाँव, शहर और देश को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो जुड़िए हमसे अपनी रिपोर्ट के जरिए. ahmedabadvocalsteam@gmail.com

Follow us on

Copyright © 2021  |  All Rights Reserved.

Powered By Newsify Network Pvt. Ltd.