ताजा खबर
IPL फाइनल से चमका अहमदाबाद, टिकट-बुकिंग से लेकर लोकल दुकानदारों तक हर कोई कमा रहा   ||    गुजरात में घर-घर पहुंचकर कर रहे थे महिला भ्रूण हत्या, अहमदाबाद में रैकेट का भंडाफोड़   ||    पूर्वोत्तर राज्यों में बारिश ने मचाई तबाही, सेना के 3 जवानों की मौत, 6 हुए लापता   ||    Aaj Ki Taaza Khabar : ‘सार्वजनिक जगह पर नहीं दी जाएगी कुर्बानी’, बकरीद को लेकर संभल के डीएम का बयान   ||    LIVE Covid-19 Cases In India: देश में कोरोना केस की संख्या 4026 हुई, इतने नए मामले, ठीक होने वाले मर...   ||    Weather LIVE 3 June 2025: यूपी के कई जिलों में हो सकती है बारिश, पूर्वात्तर में बाढ़ बनीं आफत   ||    Amarnath Yatra के दौरान नजरअंदाज न करें ये बातें, पढ़ें खाने, पहनने और हेल्थ से जुड़ी गाइडलाइन   ||    15 करोड़ लोगों ने पहली बार हवाई सफर किया, PM मोदी ने बताई भारत की ऊंची उड़ान की तीन वजहें   ||    Explainer: चीन की एक ‘चुंबक’ ने कैसे दी ऑटो इंडस्ट्री को टेंशन, क्या होती है रेयर अर्थ मैग्नेट? मारु...   ||    क्या भारत-यूएस के बीच सैन्य डील पर बनी सहमति? डोनाल्ड ट्रंप के कॉमर्स मिनिस्टर ने दिया ये जवाब   ||   

नेपाल में उग्र प्रदर्शन, पूर्व गृह मंत्री को घसीटते हुए ले गई पुलिस, देखें Video

Photo Source :

Posted On:Monday, June 2, 2025

भारत के पड़ोसी देश नेपाल में सियासी हलचल तेज हो गई है। यहां राजशाही बहाल करने और देश को फिर से हिंदू राज्य घोषित करने की मांग को लेकर विरोध-प्रदर्शन जोर पकड़ चुके हैं। इस आंदोलन में राष्ट्रीय प्रजातंत्र पार्टी (RPP), आरपीपी नेपाल समेत कई राजशाही समर्थक संगठन शामिल हैं, जो लगातार चौथे दिन भी राजधानी काठमांडू में प्रदर्शन कर रहे हैं। रविवार को पुलिस ने पूर्व गृह मंत्री कमल थापा समेत उनके समर्थकों को गिरफ्तार किया, जिनके साथ हुई गिरफ्तारी का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

राजशाही बहाल करने की मांग और राजनीतिक पारा

नेपाल में राजशाही बहाल करने की मांग पिछले कुछ महीनों से तेज हुई है। राष्ट्रीय प्रजातंत्र पार्टी और अन्य राजशाही समर्थक समूहों का कहना है कि देश में जो राजनीतिक अस्थिरता है, उसका समाधान राजा को सत्ता में वापस लाने में है। ये प्रदर्शन 29 मई से काठमांडू में चल रहे हैं, जहां प्रदर्शनकारियों ने पूर्व राजा ज्ञानेंद्र शाह की तस्वीरें लेकर प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली की सरकार के खिलाफ नारे लगाए। ये लोग चाहते हैं कि नेपाल फिर से हिंदू राज्य घोषित हो, जैसा कि पहले था।

गिरफ्तारी और पुलिस कार्रवाई

राजनीतिक आंदोलन के बीच रविवार को पुलिस ने काठमांडू में पूर्व गृह मंत्री कमल थापा और उनके समर्थकों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने बताया कि ये लोग प्रतिबंधित क्षेत्र नारायणहिती पैलेस के आसपास प्रदर्शन कर रहे थे, जहां शुक्रवार से सार्वजनिक समारोह और विरोध प्रदर्शन पर रोक लगी हुई है। वीडियो में साफ दिख रहा है कि पुलिस ने कमल थापा को घसीटकर पकड़कर वैन में बैठाया, जबकि थापा नेपाल सरकार के खिलाफ जोरदार नारे लगा रहे थे। इस गिरफ्तारी से तनाव और बढ़ गया है और विरोध प्रदर्शन में और उग्रता की संभावना जताई जा रही है।

नेपाल की राजशाही खत्म होने का इतिहास

नेपाल की राजशाही की 240 साल पुरानी परंपरा 2008 में खत्म हो गई थी। तब नेपाल की राजनीतिक पार्टियों ने एक संसदीय घोषणा करके नेपाल को धर्मनिरपेक्ष, संघीय और लोकतांत्रिक गणराज्य घोषित कर दिया। इससे पहले नेपाल एक हिंदू राजा वाला राज्य था। इस बदलाव ने नेपाल की राजनीति और सामाजिक संरचना में बड़ा परिवर्तन किया था। हालांकि, इस फैसले को लेकर पूरी सहमति नहीं बनी और कुछ हिस्सों में राजशाही समर्थकों की राजनीतिक महत्वाकांक्षा आज भी जिंदा है।

राजशाही समर्थकों के प्रदर्शन के कारण

हाल के महीनों में नेपाल के कई हिस्सों में राजशाही समर्थक प्रदर्शन बढ़े हैं। वे सरकार की नीतियों से नाराज हैं और मानते हैं कि मौजूदा राजनीतिक व्यवस्था देश को स्थिर नहीं कर पा रही। उनका कहना है कि राजशाही बहाल करने से देश में राजनीतिक संकट का अंत होगा और राष्ट्रीय एकता वापस आएगी। इसके साथ ही ये प्रदर्शन नेपाल को फिर से हिंदू राज्य घोषित करने की मांग भी कर रहे हैं, जो देश की धार्मिक पहचान को लेकर एक बड़ा राजनीतिक मुद्दा है।

भविष्य की राजनीति पर प्रभाव

नेपाल में राजशाही समर्थकों के बढ़ते प्रदर्शन और सरकार की सख्त प्रतिक्रिया से देश की राजनीतिक स्थिरता खतरे में पड़ सकती है। पूर्व गृह मंत्री कमल थापा जैसे बड़े नेताओं की गिरफ्तारी से विरोध और बढ़ेगा, जिससे सड़क पर संघर्ष के हालात बन सकते हैं। नेपाल की सरकार को इस संकट को सुलझाने के लिए राजनीतिक समझौते और बातचीत का रास्ता निकालना होगा, ताकि देश में शांति और व्यवस्था बनी रहे।

निष्कर्ष

नेपाल में राजशाही बहाली और हिंदू राज्य घोषित करने की मांग ने देश की राजनीतिक तस्वीर को नया मोड़ दे दिया है। 2008 में खत्म हुई राजशाही की प्रथा को लेकर उठ रहे सवाल और प्रदर्शन सरकार के लिए बड़ी चुनौती हैं। पूर्व गृह मंत्री कमल थापा की गिरफ्तारी ने इस आंदोलन को और तेज कर दिया है। आने वाले दिनों में नेपाल की राजनीतिक परिस्थितियों पर नजर रखना जरूरी होगा कि क्या ये आंदोलन देश में स्थिरता लेकर आएगा या फिर राजनीतिक संकट और बढ़ेगा। नेपाल की इस सियासी उथल-पुथल का असर क्षेत्रीय स्थिरता और भारत-नेपाल संबंधों पर भी पड़ सकता है।


अहमदाबाद और देश, दुनियाँ की ताजा ख़बरे हमारे Facebook पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें,
और Telegram चैनल पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें



मेरा गाँव मेरा देश

अगर आप एक जागृत नागरिक है और अपने आसपास की घटनाओं या अपने क्षेत्र की समस्याओं को हमारे साथ साझा कर अपने गाँव, शहर और देश को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो जुड़िए हमसे अपनी रिपोर्ट के जरिए. ahmedabadvocalsteam@gmail.com

Follow us on

Copyright © 2021  |  All Rights Reserved.

Powered By Newsify Network Pvt. Ltd.