अहमदाबाद न्यूज डेस्क: देश के पहले मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन नेटवर्क के निर्माण में देरी के बावजूद प्रगति जारी है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने लोकसभा में बताया कि परियोजना अब 2027 तक पूरी हो जाएगी, जबकि पहले इसे 2026 तक पूरा करने का लक्ष्य था। देरी का मुख्य कारण महाराष्ट्र में जमीन अधिग्रहण में रुकावटें थीं, जो अब पूरी हो चुकी हैं। कुल 1389.5 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण पूरा होने से अब काम तेजी से हो रहा है।
रेल मंत्री ने बताया कि परियोजना में अब चार स्थानों पर एक साथ काम चल रहा है, जिससे निर्माण की गति बढ़ी है। सूरत और बिलिमोरा के बीच पहला खंड 2026 के जुलाई या अगस्त तक चालू हो सकता है। गुजरात के वापी से साबरमती तक का हिस्सा दिसंबर 2027 तक तैयार हो जाएगा और पूरी परियोजना दिसंबर 2029 तक पूरी होने की उम्मीद है।
सभी जरूरी मंजूरियां जैसे वन्यजीव संरक्षण, कोस्टल रेगुलेशन ज़ोन (CRZ) और वन संबंधित वैधानिक अनुमति मिल चुकी हैं। कुल 28 टेंडर पैकेजों में से 24 दिए जा चुके हैं और 1600 से अधिक उपयोगिताओं को स्थानांतरित कर दिया गया है।
नींव का काम 12 स्टेशनों में से 8 पर पूरा हो चुका है, जिनमें वापी, बिलिमोरा, सूरत, भरूच, आनंद, वडोदरा, अहमदाबाद और साबरमती शामिल हैं। महाराष्ट्र के ठाणे, विरार और बोईसर में नींव का काम प्रगति पर है। कुल 16 नदी पुलों और सुरंगों का निर्माण भी पूरा हो चुका है।