ताजा खबर
अहमदाबाद में अब तक का सबसे बड़ा ज़मीन सौदा, लुलु ग्रुप ने 519 करोड़ में खरीदा प्लॉट   ||    मांचा मस्जिद तोड़फोड़ पर सुप्रीम कोर्ट ने याचिका खारिज की, कहा— नगर निगम जनहित में कर रहा काम   ||    पाकिस्तान के हमले में अफगानिस्तान के 6 लोगों की मौत, मृतकों में महिलाएं और बच्चे शामिल   ||    'हम जवाब देना जानते हैं', तीन क्रिकेटरों की मौत के बाद PAK को अफगानिस्तान की चेतावनी   ||    दिल्ली में सांसदों के फ्लैट्स में लगी भीषण आग, फायर ब्रिगेड की छह गाड़ियाें ने पाया काबू   ||    महाराष्ट्र के नंदुरबार में श्रद्धालुओं से भरी पिकअप गहरी खाई में गिरी, 8 लोगों की मौत और कई घायल   ||    'चुटकी में रुकवा सकता हूं अफगानिस्तान-पाकिस्तान की जंग', डोनल्ड ट्रंप का दावा   ||    IPS पूरन कुमार ने सुसाइड नोट कितने लोगों को भेजा, वसीयत में क्या लिखा था? लैपटॉप की जांच में जुटी SI...   ||    फैक्ट चेक: राजस्थान के अंता उपचुनाव में नरेश मीणा की मदद के लिए व्यवसायी ने भेजीं 1000 कारें? नहीं, ...   ||    मोजाम्बिक में बड़ा हादसा, समुद्र में नाव पलटने से तीन भारतीयों की मौत और 5 लापता   ||   

अहमदाबाद विमान हादसा: पायलट दोषी बताने के आरोप पर FIP ने उठाए तीखे सवाल

Photo Source : Twitter

Posted On:Wednesday, September 24, 2025

अहमदाबाद न्यूज डेस्क: अहमदाबाद में 12 जून को हुए एयर इंडिया एआई-171 हादसे को लेकर पायलटों की संस्था फेडरेशन ऑफ इंडियन पायलट्स (FIP) ने सख्त रुख अपनाया है। फेडरेशन का आरोप है कि अधिकारियों ने जांच पूरी होने से पहले ही पायलट की गलती को लेकर कहानी हवा देना शुरू कर दिया। इसी वजह से उन्होंने नागरिक उड्डयन मंत्रालय को 22 सितंबर को चिट्ठी लिखकर हादसे की न्यायिक जांच कराने की मांग की है।

FIP का कहना है कि एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इंवेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) की कार्रवाई जांच की निष्पक्षता और वैधता को खतरे में डाल रही है। फेडरेशन का आरोप है कि 30 अगस्त को कैप्टन सभरवाल के 91 वर्षीय पिता के घर संवेदना दिखाने का बहाना बनाकर अधिकारियों ने हानिकारक आक्षेप लगाए। साथ ही कथित सीवीआर (कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डिंग) विश्लेषण को आधार बनाकर यह आरोप लगाया कि टेकऑफ के बाद पायलट ने जानबूझकर फ्यूल कंट्रोल स्विच को कटऑफ पोजिशन में रखा।

पायलटों की संस्था का कहना है कि सीवीआर की जानकारी मीडिया में लीक करना नियमों का उल्लंघन है। नियम 17(5) के तहत कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डिंग जारी करना पूरी तरह वर्जित है। फेडरेशन का आरोप है कि इस तरह की कार्रवाई से 30 साल के कैरियर वाले, 15,000 से अधिक फ्लाइंग आवर वाले एक प्रतिष्ठित पेशेवर के चरित्र को बदनाम किया गया। उनका कहना है कि दुर्घटनाओं की जांच भविष्य में हादसों को रोकने के लिए होती है, दोष थोपने के लिए नहीं।

FIP ने सरकार से तुरंत दखल देने और इस मामले की न्यायिक जांच कराने की मांग की है। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज की अगुवाई में कोर्ट ऑफ इंक्वायरी बनाने का प्रस्ताव रखा है, जिसमें फ्लाइट ऑपरेशन, एयरक्राफ्ट मेंटेनेंस, एवियॉनिक्स और मानव पहलुओं में विशेषज्ञ शामिल हों। इस हादसे में 242 यात्रियों में से 241 सहित कुल 260 लोगों की मौत हो गई थी।


अहमदाबाद और देश, दुनियाँ की ताजा ख़बरे हमारे Facebook पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें,
और Telegram चैनल पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें



मेरा गाँव मेरा देश

अगर आप एक जागृत नागरिक है और अपने आसपास की घटनाओं या अपने क्षेत्र की समस्याओं को हमारे साथ साझा कर अपने गाँव, शहर और देश को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो जुड़िए हमसे अपनी रिपोर्ट के जरिए. ahmedabadvocalsteam@gmail.com

Follow us on

Copyright © 2021  |  All Rights Reserved.

Powered By Newsify Network Pvt. Ltd.