अहमदाबाद न्यूज डेस्क: साबरमती आश्रम के पुनर्विकास परियोजना स्थल पर काम कर रहे मध्य प्रदेश के 19 वर्षीय मजदूर मोहितसिंह प्रमोदसिंह को शुक्रवार सुबह अभय घाट के पास एक नीम के पेड़ से लटका पाया गया। अभय घाट पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई की विश्राम स्थल के पास स्थित है।
रानीप पुलिस ने बताया कि शुरुआती जांच में यह आशंका जताई जा रही है कि मोहितसिंह ने किसी अज्ञात कारण से आत्महत्या की है। पुलिस ने मोबाइल फोन जब्त कर मामले की छानबीन शुरू कर दी है। पुलिस ने घटना को आकस्मिक मृत्यु का मामला दर्ज किया है।
मृतक मोहितसिंह शिहोरा तहसील के उमरिया धारा गांव, जबलपुर जिला, मध्य प्रदेश के निवासी थे। पुलिस के अनुसार, सुबह करीब 7 बजे मोहितसिंह को नीम के पेड़ से प्लास्टिक की डोरी से लटका पाया गया था, जिसका उपयोग आमतौर पर सीमेंट के ब्लॉक बांधने में किया जाता था। शव मिलने के बाद मजदूर ठेकेदार ने पुलिस को सूचना दी।
सूत्रों के अनुसार, मोहितसिंह एक लकड़ी पॉलिश करने वाले मजदूर के रूप में कार्यरत था और आश्रम पुनर्विकास साइट के पास मजदूर कैंप में रह रहा था। गुजरात सरकार 55 एकड़ भूमि पर 1200 करोड़ रुपये की साबरमती आश्रम पुनर्विकास परियोजना कार्यान्वित कर रही है। इस परियोजना के तहत महात्मा गांधी साबरमती आश्रम मेमोरियल ट्रस्ट द्वारा कुल 36 ऐतिहासिक महत्व वाली इमारतों का जीर्णोद्धार किया जा रहा है।