अहमदाबाद न्यूज डेस्क: अहमदाबाद में होने वाली 148वीं भगवान जगन्नाथ रथयात्रा इस बार सुरक्षा और तकनीक के लिहाज़ से पहले से कहीं ज्यादा खास होगी। पहली बार यात्रा मार्ग पर भीड़ नियंत्रण और आग लगने जैसी स्थिति से निपटने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की मदद ली जाएगी। 16 किलोमीटर लंबे रथयात्रा मार्ग पर अगर कहीं ज्यादा भीड़ जमा होती है, तो AI अलर्ट भेजेगा और तुरंत कंट्रोल प्लान लागू किया जाएगा।
इस बार मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल की अध्यक्षता में गांधीनगर में सुरक्षा और व्यवस्थाओं को लेकर उच्चस्तरीय बैठक भी की गई। बैठक में गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी, अहमदाबाद पुलिस कमिश्नर जीएस मलिक, नगर निगम कमिश्नर बंछानिधि पाणि समेत तमाम बड़े अधिकारी मौजूद रहे। पुलिस ने मुख्यमंत्री को बताया कि इस बार करीब 24 हजार से अधिक सुरक्षाकर्मी तैनात रहेंगे, जिनमें आईजी रैंक से लेकर सिपाही, एसआरपी, कमांडो और रैपिड एक्शन फोर्स तक शामिल हैं।
पूरी यात्रा की निगरानी के लिए 227 सीसीटीवी कैमरे, 41 ड्रोन, 2872 बॉडी वॉर्न कैमरे लगाए जाएंगे। इसके अलावा 240 इमारतों की छतों पर पॉइंट्स और 25 वॉच टावर बनाए गए हैं ताकि हर कोने पर पुलिस की नजर बनी रहे। ट्रैफिक को सुचारू बनाए रखने के लिए 1,000 से ज्यादा पुलिसकर्मी अलग से तैनात रहेंगे और 23 क्रेनों की मदद से रास्ता खाली रखने की व्यवस्था होगी।
रथयात्रा में शामिल 17 गजराजों की सेहत पर भी खास ध्यान दिया जा रहा है। अहमदाबाद पशुपालन विभाग 23 जून से हाथियों के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य की मॉनिटरिंग कर रहा है। हर हाथी को हेल्थ सर्टिफिकेट मिलेगा और यात्रा के दौरान पशुपालन और वन विभाग की टीमें हाथियों के साथ रहेंगी। अगर कोई हाथी अनियंत्रित होता है तो उसे काबू में करने के लिए डार्ट गन की सुविधा भी मौजूद रहेगी।