अहमदाबाद न्यूज डेस्क: कोलकाता में महिला डॉक्टर के साथ हुए दुष्कर्म और हत्या के विरोध में देशभर में आंदोलन हो रहे हैं। आईएमए के आह्वान पर गुजरात में डॉक्टर अपनी सुरक्षा के लिए कड़ा कानून बनाने की मांग को लेकर हड़ताल पर हैं। अहमदाबाद के मणिनगर स्थित एलजी हॉस्पिटल (नरेंद्र मोदी मेडिकल कॉलेज) में मरीज और रेसिडेंट डॉक्टर के बीच विवाद उत्पन्न हो गया। मरीज के परिजन इलाज के मुद्दे को लेकर उग्र हो गए और उन्होंने रेसिडेंट डॉक्टर का गला दबाने की कोशिश की। सिक्युरिटी गार्ड्स के बीच- बचाव से मामला शांत हुआ, लेकिन डॉक्टरों ने थोड़ी देर के लिए इमरजेंसी सेवाओं को बंद कर दिया। वरिष्ठ डॉक्टरों के समझाने के बाद इमरजेंसी सेवाएं फिर से चालू की गईं।
डॉ. लीना डाभी, सुप्रिटेंडेंट एलजी हॉस्पिटल, ने बताया कि सोमवार सुबह एक मरीज को इमरजेंसी वार्ड में लाया गया था, जिसे जहर का असर था। महिला डॉक्टर हिरलबेन ने मरीज के परिजनों से केस और इलाज के बारे में जानकारी मांगी। डॉ. हिरलबेन ने घटना के बारे में और किस प्रकार की जहरीली वस्तु का सेवन किया गया, इसके बारे में सवाल किए। इससे परिजन भड़क गए और डॉक्टर का गला पकड़ लिया।
बंगाल में हुए रेप कांड के बाद गुजरात के डॉक्टरों की हड़ताल आज चौथे दिन भी जारी है। रेसिडेंट डॉक्टरों की हड़ताल के कारण नॉन-इमरजेंसी सेवाओं के साथ इमरजेंसी सेवाएं भी बंद कर दी गईं। घटना की जानकारी मिलने के बाद वरिष्ठ डॉक्टर और अस्पताल के प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे। करीब 3 से 4 घंटे की बातचीत के बाद डॉक्टरों ने इमरजेंसी सेवाओं को फिर से शुरू किया। इस मामले में मणिनगर पुलिस स्टेशन में मरीज के परिजनों के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई है।