अहमदाबाद न्यूज डेस्क: अहमदाबाद के निजी स्कूल में 10वीं के छात्र की हत्या के बाद विरोध प्रदर्शन शुक्रवार को भी जारी रहे। कांग्रेस की छात्र इकाई एनएसयूआई ने इसे प्रशासन की लापरवाही करार देते हुए स्कूल बंद करने की मांग की। सातवें दिन एडवेंटिस्ट स्कूल के छात्रों और अभिभावकों ने भी हाथों में तख्तियां लेकर प्रदर्शन किया और कहा कि कैंपस में चोरी, झगड़े और मारपीट की घटनाएं पहले भी होती रही हैं, लेकिन प्रबंधन ने कभी गंभीरता से कार्रवाई नहीं की।
यह घटनाक्रम उस दिन के बाद हुआ जब गुस्साई भीड़ ने स्कूल परिसर में तोड़फोड़ की और स्टाफ से मारपीट की थी। 10वीं के छात्र नयन संतानी की उसके जूनियर 8वीं के छात्र ने चाकू से गोदकर हत्या कर दी थी। इस वारदात के बाद एनएसयूआई ने भारी विरोध प्रदर्शन किया और स्कूल बंद कराने की कोशिश की, जिस दौरान कई सदस्यों को हिरासत में लेना पड़ा। वहीं विश्व हिंदू परिषद ने भी प्रदर्शन किया और इसके चलते मणिनगर, खोकरा और ईसानपुर इलाके के करीब 200 स्कूल बंद रहे।
मृतक छात्र के परिजनों और अन्य अभिभावकों ने स्कूल प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि लाखों रुपए फीस लेने के बावजूद प्रबंधन बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित नहीं कर पाया। परिवार ने यह भी आरोप लगाया कि घटना के बाद स्कूल ने समय पर एंबुलेंस नहीं बुलवाई और खून के धब्बे मिटाने के लिए पानी का टैंकर बुलवाकर सबूत मिटाने की कोशिश की गई। इस मामले में फिलहाल स्कूल प्रशासन की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।
पुलिस ने मामले में एफआईआर दर्ज कर ली है और आरोपी छात्र को हिरासत में लिया गया है। वहीं स्कूल में हुई तोड़फोड़ के सिलसिले में 500 से ज्यादा लोगों पर दंगा और मारपीट का केस दर्ज हुआ है। इस बीच आरोपी की इंस्टाग्राम चैट भी सामने आई है, जिसमें उसने अपराध स्वीकार करते हुए एक दोस्त से कहा कि उसका इरादा मारने का नहीं था। दोस्त ने उसे कुछ दिनों के लिए छिपने की सलाह भी दी थी।