अहमदाबाद न्यूज डेस्क: अहमदाबाद विमान हादसे की जांच में जुटी पुलिस को घटनास्थल से 100 से ज़्यादा जले हुए मोबाइल फोन मिले हैं। पुलिस और फॉरेंसिक टीम अब इन फोनों के डेटा, खासकर 12 जून को दोपहर 1:38 बजे के बाद के फोटो और वीडियो को रिकवर करने की कोशिश कर रही है। जांच अधिकारियों का मानना है कि हादसे के ठीक पहले और बाद के 30 से 40 सेकेंड के भीतर के विजुअल सबूत जांच को निर्णायक दिशा दे सकते हैं।
पुलिस कमिश्नर जीएस मलिक ने बताया कि हादसे से जुड़े हर वीडियो और फोटो की बारीकी से जांच की जाएगी। उन्होंने कहा, "1:40 बजे के बाद का हर विजुअल हमारे लिए अहम है।" हादसे के दिन 1:40 बजे विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ था और महज 2 मिनट में 1:42 बजे इसकी सूचना कंट्रोल रूम तक पहुंच गई। इसके तुरंत बाद सेना, RAF, CISF और पुलिस की टीमों ने राहत कार्य शुरू कर दिया था।
हादसे की गंभीरता को देखते हुए पुलिस और मेडिकल टीमों ने तेजी से काम किया। 12 जून की रात तक 51 DNA सैंपल लिए गए थे और 13 जून को 8 शवों की पहचान कर उन्हें परिजनों को सौंप दिया गया। अब तक 318 DNA सैंपल लिए जा चुके हैं, जिनमें से 220 का मिलान भी हो चुका है। ब्लैक बॉक्स और कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर मिल चुके हैं, लेकिन उनकी जांच में समय लगेगा।
इस हादसे में बचे एकमात्र यात्री रमेश विश्वास से कई बार पूछताछ की गई है। अब तक की जांच में पुलिस को उनसे कोई संदिग्ध जानकारी नहीं मिली है। फिलहाल वे अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद अपने गांव में हैं। हादसे में रमेश ने अपने भाई को खोया, और इस पूरी घटना से वो गहरे सदमे में हैं।