अहमदाबाद न्यूज डेस्क: अहमदाबाद में 12 जून को हुए एयर इंडिया विमान हादसे के बाद पूर्व नागरिक उड्डयन मंत्री और एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल ने सिंगापुर एयरलाइंस की चुप्पी पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि एयर इंडिया में 25.1% हिस्सेदारी रखने वाली यह विदेशी कंपनी हादसे पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दे रही है, जबकि उसका एयर इंडिया की वाइड-बॉडी फ्लाइट्स के रखरखाव में बड़ा योगदान है। पटेल ने इसे ‘चौंकाने वाली चुप्पी’ बताया और इशारों-इशारों में कहा कि सिंगापुर एयरलाइंस जैसे 'छुप' गई है।
प्रफुल्ल पटेल ने सोशल मीडिया पर लिखा कि सिंगापुर एयरलाइंस एयर इंडिया के संचालन और कोडशेयरिंग का हिस्सा रही है, यहां तक कि एयर इंडिया के मौजूदा CEO कैंपबेल विल्सन भी उसी ग्रुप से आए हैं। वो पहले सिंगापुर एयरलाइंस की लो-कॉस्ट कंपनी स्कूट एयरलाइंस के सीईओ रह चुके हैं। पटेल ने पूछा कि इतने गहरे संबंधों के बावजूद SQ (सिंगापुर एयरलाइंस का कोड) की तरफ से कोई स्पष्ट स्टैंड क्यों नहीं आया?
पटेल के पोस्ट के बाद सिंगापुर एयरलाइंस ने एक बयान जारी कर दुख जताया और कहा कि वे टाटा संस और एयर इंडिया के लगातार संपर्क में हैं और हर संभव मदद मुहैया करवा रहे हैं। गौरतलब है कि एयर इंडिया और विस्तारा के विलय के बाद सिंगापुर एयरलाइंस को संयुक्त कंपनी में 25.1 प्रतिशत की हिस्सेदारी मिली है। इससे पहले विस्तारा में उसका हिस्सा 49% था।
इस पूरे हादसे की जांच में अहम प्रगति हुई है। विमान के दोनों ब्लैक बॉक्स—फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर और कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर—मिल चुके हैं। शुरुआती जानकारी के मुताबिक, विमान उड़ान के कुछ ही देर बाद 650 फीट से ऊपर नहीं जा पाया, जिसके बाद पायलट ने इमरजेंसी कॉल दी, लेकिन फिर तुरंत संपर्क टूट गया। हादसे की भयावहता को देखते हुए इसे भारतीय एविएशन के इतिहास की सबसे बड़ी त्रासदियों में गिना जा रहा है।
दुर्घटना में कुल 242 लोग सवार थे, जिनमें से 241 की मौत हो गई। हादसे में ज़मीन पर भी कम से कम 29 लोगों की जान गई। अधिकारियों ने बताया कि अब तक 190 मृतकों की पहचान डीएनए जांच से की जा चुकी है और 159 शव परिवारों को सौंप दिए गए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने हादसे की समीक्षा की और पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना जताई है।