अहमदाबाद न्यूज डेस्क: अहमदाबाद के बावला इलाके में स्थित पनामा गेस्ट हाउस से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां अवैध गर्भपात का रैकेट चलाया जा रहा था। अहमदाबाद ग्रामीण पुलिस की स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG) और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर कमरा नंबर 105 में छापा मारा। दरवाजा तोड़ते ही पुलिस को वहां जो दृश्य देखने को मिला, वह चौंका देने वाला था—तीन महिलाएं, एक भ्रूण और इधर-उधर बिखरी सर्जिकल किट्स। इससे साफ था कि कुछ ही देर पहले गर्भपात किया गया था।
इस मामले में मुख्य आरोपी हेमलता बेन है, जो मूल रूप से धोलका के कलिकुण्ड की रहने वाली है। हैरानी की बात यह है कि वह पहले एक सरकारी अस्पताल में काम कर चुकी है और नर्सिंग का कोर्स भी कर चुकी है। अस्पताल के दौरान उसे गर्भपात की प्रक्रिया की पूरी जानकारी मिल गई थी, जिसका उसने गलत इस्तेमाल करना शुरू कर दिया। वह खुद को सुरक्षित समाधान देने वाली बताकर महिलाओं को फंसाती और फिर मोटी रकम लेकर गेस्ट हाउस में अवैध गर्भपात करती थी।
पुलिस के अनुसार, हेमलता अपने इस काम में दो और महिलाओं की मदद लेती थी। गेस्ट हाउस में किराए पर कमरा लेकर वे मिलकर यह घिनौना काम अंजाम देती थीं। डीवाईएसपी नीलम गोस्वामी ने बताया कि पुलिस ने तीनों को रंगे हाथों पकड़ा और मौके से भ्रूण और मेडिकल उपकरण जब्त किए गए। यह घटना इस बात का स्पष्ट संकेत है कि किस तरह से कुछ लोग स्वास्थ्य सेवा की जानकारी का दुरुपयोग कर कानून और मानवता दोनों को ताक पर रख देते हैं।
इस पूरे मामले में पुलिस ने हेमलता समेत तीन महिलाओं के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता 2023 की धारा 91, 92 और 54 के अलावा मेडिकल टर्मिनेशन ऑफ प्रेगनेंसी एक्ट 1971 की धारा 5(2) और 5(3) के तहत केस दर्ज किया है। एफआईआर बावला पुलिस स्टेशन में दर्ज हुई है और आगे की जांच जारी है। यह घटना एक बार फिर से यह सोचने पर मजबूर करती है कि समाज में अवैध गर्भपात का नेटवर्क कितना गहरा और खतरनाक होता जा रहा है।