अहमदाबाद न्यूज डेस्क: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 24 अप्रैल को सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से संपर्क किया और उन्हें सूचित किया कि केंद्र सरकार ने पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा को रद्द करने का निर्णय लिया है। इसके अलावा, राज्यों से यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया कि वे अपने क्षेत्र में रह रहे अवैध प्रवासियों की पहचान करें और उन्हें 26 से 29 अप्रैल तक देश छोड़ने का आदेश दें। इस आदेश के बाद राज्यों में बड़े पैमाने पर अवैध प्रवासियों के खिलाफ अभियान शुरू किया गया है।
गुजरात में अहमदाबाद और सूरत में इस अभियान के तहत 400 से अधिक संदिग्ध अवैध प्रवासियों को हिरासत में लिया गया है। अहमदाबाद क्राइम ब्रांच के डीसीपी अजीत राजियन ने बताया कि एसओजी और अन्य टीमों के साथ मिलकर तलाशी अभियान चलाया गया और 400 से अधिक संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया। इनमें अधिकतर बांग्लादेशी नागरिक थे। पुलिस इन सभी से पूछताछ कर रही है और उनके दस्तावेजों की जांच की जा रही है।
सूरत में पुलिस ने 100 से ज्यादा अवैध बांग्लादेशी नागरिकों को पकड़ा है। अहमदाबाद में हिरासत में लिए गए 457 संदिग्ध प्रवासियों में से कई के पास फर्जी भारतीय दस्तावेज पाए गए हैं, जिनकी मदद से वे भारतीय नागरिक बनकर देश में रह रहे थे। पुलिस इन दस्तावेजों को बनाने में शामिल लोगों के बारे में जांच कर रही है और सभी को डिपोर्ट करने की प्रक्रिया चल रही है।