अहमदाबाद न्यूज डेस्क: अहमदाबाद के एक निजी स्कूल में मंगलवार को 10वीं कक्षा के छात्र की उसके ही जूनियर ने चाकू से गोदकर हत्या कर दी। यह वारदात मामूली कहासुनी के बाद हुई, जिसके बाद गुस्साए अभिभावक और स्थानीय लोग बुधवार को सड़कों पर उतर आए और जमकर विरोध प्रदर्शन किया। देखते ही देखते स्कूल परिसर में तोड़फोड़ भी शुरू हो गई।
पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपी छात्र ने वारदात के तुरंत बाद अपने एक दोस्त से चैट में इस अपराध को कबूल किया था। इस बातचीत में उसने बताया कि सीनियर ने उसे चुनौती दी थी और गुस्से में आकर उसने वारदात को अंजाम दे डाला। दोस्त ने उसे समझाया कि सिर्फ बहस पर किसी को मारना गलत है और छिप जाने की सलाह दी। आरोपी ने इस चैट को मान भी लिया और कहा कि अब जो होना था, हो चुका।
घटना के अगले दिन सुबह हालात और बिगड़ गए। सैकड़ों लोग, जिनमें मृतक के परिजन, अन्य छात्रों के माता-पिता और सिंधी समाज के सदस्य शामिल थे, स्कूल में घुस गए और प्रबंधन से जवाबदेही की मांग करने लगे। भीड़ ने स्कूल बसों, कारों और दोपहिया वाहनों को नुकसान पहुंचाया और स्टाफ पर भी हमला किया। पुलिस को हालात काबू में लाने में खासी मशक्कत करनी पड़ी।
विरोध प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारियों ने सड़क पर जाम लगा दिया और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की। उनका कहना था कि स्कूल प्रबंधन की लापरवाही के कारण यह वारदात हुई और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। फिलहाल पुलिस ने मामले की जांच तेज कर दी है और आरोपी छात्र को हिरासत में ले लिया है।