मुंबई, 16 मई, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह शुक्रवार को गुजरात के भुज एयरफोर्स स्टेशन पहुंचे। उन्होंने जवानों को संबोधित करते हुए कहा कि "ऑपरेशन सिंदूर अभी खत्म नहीं हुआ है, ये तो बस ट्रेलर है, समय आने पर पूरी पिक्चर दुनिया को दिखाई जाएगी।" रक्षामंत्री ने कहा कि पाकिस्तान को मौजूदा सीजफायर के दौरान बिहेवियर के आधार पर प्रोबेशन पर रखा गया है, और यदि उसके व्यवहार में कोई गड़बड़ी आई, तो सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने ब्रह्मोस मिसाइल की क्षमता का उल्लेख करते हुए कहा, "ब्राह्मोस ने पाकिस्तान को रात के अंधेरे में दिन का उजाला दिखा दिया है।"
'सिंदूर' बना शौर्य का प्रतीक
राजनाथ सिंह ने जवानों की सराहना करते हुए कहा, "आपका पराक्रम यह सिद्ध करता है कि यह सिंदूर श्रृंगार का नहीं, शौर्य और संकल्प का प्रतीक है। यह वह लाल लकीर है, जो भारत ने आतंकवाद के माथे पर खींच दी है।" उन्होंने कहा कि इस लड़ाई में केवल सेना नहीं, बल्कि भारत का हर नागरिक सिपाही की तरह सहभागी रहा। उन्होंने यह भी कहा कि अब आतंकवाद के विरुद्ध लड़ाई सिर्फ सुरक्षा तक सीमित नहीं है, बल्कि यह राष्ट्र रक्षा का अहम हिस्सा बन चुकी है। उन्होंने जवानों की वीरता की प्रशंसा करते हुए कहा कि "23 मिनट में आपने वह कर दिखाया, जो वर्षों तक बातें बनाकर नहीं हो सका। जितनी देर में लोग नाश्ता करते हैं, उतनी देर में आपने दुश्मन का सफाया कर दिया।"
आतंक के खिलाफ निर्णायक रुख
रक्षामंत्री ने श्रीनगर एयरबेस पर भी जवानों से मुलाकात की और कहा, "हमने ठान लिया था कि आतंक के ठिकानों को जड़ से मिटा देंगे, चाहे वो सीमा पार ही क्यों न हों। यह भारत की आतंकवाद के खिलाफ अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई है।" इसके साथ ही राजनाथ सिंह ने अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) से पाकिस्तान को दी जाने वाली सहायता पर आपत्ति जताते हुए कहा कि "IMF को एक बिलियन डॉलर की मदद पर पुनर्विचार करना चाहिए। भारत नहीं चाहता कि हमारे द्वारा IMF को दी जाने वाली राशि किसी भी रूप में टेरर फाइनेंसिंग में इस्तेमाल हो।" उन्होंने कहा कि अब भारत पहले जैसा नहीं रहा। यह नया भारत है, जो आतंकवाद के खिलाफ किसी भी हद तक जा सकता है।