ताजा खबर
अहमदाबाद की अत्रेय सोसाइटी में लगी भीषण आग, जान बचाने के लिए लोगों ने लगाई छलांग   ||    गुजरात में अहमदाबाद में बड़े बुलडोजर एक्शन में लल्लू बिहारी के अवैध साम्राज्य को ध्वस्त किया गया   ||    IPL 2025: ऑरेंज कैप के लिए किंग कोहली और इस बल्लेबाज में जोरदार लड़ाई, हेजलवुड के पास पर्पल कैप   ||    वनडे इतिहास की सबसे बड़ी पारी, एक वर्ल्ड कप में 5 शतक… रोहित शर्मा के इन वर्ल्ड रिकॉर्ड्स का टूटना अ...   ||    DC vs KKR: दो हार से परेशान दिल्ली को अगले मैच में नहीं मिलेगा Axar Patel का साथ? इंजरी पर आया बड़ा ...   ||    अच्छी शुरुआत के बाद दबाव में आया बाजार, सेंसेक्स-निफ्टी में मामूली बढ़त   ||    अंबुजा बनी दुनिया की 9वीं सबसे बड़ी सीमेंट कंपनी, 100 MTPA लिमिट को किया क्रॉस   ||    Akshaya Tritiya 2025: एक साल में सोने ने दिया छप्परफाड़ रिटर्न, चांदी भी खूब चमकी   ||    30 अप्रैल का इतिहास: महत्वपूर्ण घटनाएँ और वैश्विक दृष्टिकोण   ||    Fact Check: पहलगाम हमले के बाद भारत से पाकिस्तान जाने वालों को नहीं है ये वीडियो, जानें इसकी सच्चाई   ||   

कहानी उस बीजेपी नेता की हत्या की, जहां से शुरू हुआ मुख्तार अंसारी का पतन

Photo Source :

Posted On:Friday, March 29, 2024

माफिया-गैंगस्टर से नेता बने मुख्तारी अंसारी की 28 मार्च को मौत हो गई। उन्हें बांदा जेल में बंद कर दिया गया। यहां उनकी तबीयत बिगड़ने पर उन्हें मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। मुख्तार पर 65 मुकदमे दर्ज थे. उन पर बीजेपी विधायक कृष्णानंद राय की हत्या का भी आरोप था. माना जाता है कि 2005 में हुए इस सनसनीखेज हत्याकांड के बाद मुख्तार के पतन की उल्टी गिनती शुरू हो गई थी. जैसे-जैसे हत्याकांड की जांच आगे बढ़ती गई, मुख्तार की मुश्किलें बढ़ती गईं। आइए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं...

कृष्णानंद राय की जीत के बाद अंसारी बंधुओं से उनकी दुश्मनी बढ़ने लगी. यही कारण है कि एक क्रिकेट टूर्नामेंट का उद्घाटन करके लौटते समय उनके काफिले पर 500 राउंड गोलियां चलाई गईं। पोस्टमॉर्टम के दौरान मारे गए लोगों के शरीर से 67 गोलियां बरामद की गईं. दरअसल, 2002 में यूपी में विधानसभा चुनाव हुए थे. इस चुनाव में कृष्णानंद राय ने बीजेपी के टिकट पर गाज़ीपुर की मोहम्मदाबाद सीट से जीत हासिल की. इस सीट पर अंसारी बंधुओं का दबदबा था. यही कारण है कि वे राय की जीत को पचा नहीं पाये. आख़िरकार 29 नवंबर 2005 को कृष्णानंद राय समेत सात लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी गई. इसका आरोप मुख्तार गैंग पर लगा.

हालांकि, बाद में मई 2006 में अलका राय की याचिका पर हाई कोर्ट ने मामले की सीबीआई जांच के आदेश दिए। 3 जुलाई 2005 को दिल्ली की सीबीआई कोर्ट ने अपना फैसला सुनाया और मुख्तार अंसारी और मुन्ना बजरंगी समेत 8 आरोपियों को बरी कर दिया. कृष्णानंद राय की हत्या से पूर्वांचल समेत पूरा उत्तर प्रदेश हिल गया था. इस हत्या के विरोध में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी धरने पर बैठ गये. अटल बिहारी वाजपेई और लालकृष्ण आडवाणी समेत कई नेताओं ने इस हत्याकांड की जांच सीबीआई से कराने की मांग की, लेकिन इसे खारिज कर दिया गया।


अहमदाबाद और देश, दुनियाँ की ताजा ख़बरे हमारे Facebook पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें,
और Telegram चैनल पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें



मेरा गाँव मेरा देश

अगर आप एक जागृत नागरिक है और अपने आसपास की घटनाओं या अपने क्षेत्र की समस्याओं को हमारे साथ साझा कर अपने गाँव, शहर और देश को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो जुड़िए हमसे अपनी रिपोर्ट के जरिए. ahmedabadvocalsteam@gmail.com

Follow us on

Copyright © 2021  |  All Rights Reserved.

Powered By Newsify Network Pvt. Ltd.