ताजा खबर
BJP राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव में देरी क्यों? सामने आई 3 बड़ी वजह, चर्चा में है ये 4 बड़े नाम   ||    उत्तराखंड में लैंडस्लाइड से सड़कें ब्लॉक, हिमाचल में बादल फटने से बाढ़; बारिश से किस राज्य में कैसे ...   ||    राफेल की इमेज खराब करने के लिए चीन का प्रोपेगैंडा, ऑपरेशन सिंदूर के बाद फैलाई थी अफवाह   ||    Amarnath Yatra: ‘ऐसा लग रहा है मानो स्वर्ग आ गए…’, यात्री बोले- कोई बाल भी बांका नहीं कर सकता   ||    ‘ग्लोबल साउथ दोहरे मानदंडों का शिकार, भारत मानवता के हित में’, BRICS सम्मेलन में बोले प्रधानमंत्री म...   ||    दुनिया के 7 अजूबे कौन से हैं? जिनका 7 जुलाई को ही हुआ था ऐलान, ताजमहल ने पाया था 7वां स्थान   ||    LIVE आज की ताजा खबर, 7 July 2025 Today Breaking News: 18 जुलाई को बिहार आएंगे PM मोदी, मोतिहारी में ...   ||    ट्रंप की नेतन्याहू से मुलाकात क्यों जरूरी है? जंग के बाद पहली बार किन मुद्दों पर होगी चर्चा   ||    तीसरी पार्टी की एंट्री से अमेरिका की राजनीति पर क्या पड़ेगा असर? रिपब्लिकन-डेमोक्रेटिक कैसे-कितना उठ...   ||    कौन थे जापान के ‘लैला मजनूं’, जिनकी लव स्टोरी मिसाल, उनकी याद में आज मनाते हैं ‘वैलेंटाइन डे’   ||   

भोले बाबा के पड़ोसियों ने तोड़ी चुप्पी: 'यहां कोई चमत्कार नहीं दिखता' - सूरजपाल की यात्रा 25 साल पहले शुरू हुई

Photo Source :

Posted On:Thursday, July 4, 2024

पुलिस अधिकारी से लेकर 'चमत्कारी' गुरु तक, भोले बाबा के नाम से मशहूर सूरजपाल सिंह ने समाज कल्याण में अहम भूमिका निभाई। नौकरी छोड़ने के बाद उन्होंने सत्संग करना शुरू किया, जहां वे महिलाओं की परेशानियां सुनते थे। जब महिलाओं को पैसों की जरूरत होती थी, तो वे सत्संग में आने वाले भक्तों से चंदा जुटाकर उनकी मदद करते थे। इस दान-पुण्य से लोगों का उन पर भरोसा बढ़ा और उनके अनुयायी बढ़े, जिनमें मुस्लिम भी शामिल थे।

पड़ोसी जगदीश चंद्र ने बताया कि 25 साल पहले सूरजपाल सिंह ने केदार नगर स्थित अपने घर पर सत्संग करना शुरू किया था। शुरुआत में स्थानीय महिलाएं सत्संग में शामिल होती थीं। चंदा इकट्ठा करके और मदद देकर उन्होंने हर घर में अपनी मौजूदगी दर्ज कराई, जिससे दूर-दूर से भी अनुयायी आने लगे।

पड़ोसी साबिर चौधरी ने बताया कि 30 साल पहले तक सूरजपाल सिंह एक आम इंसान की तरह रहते थे। वर्ष 2000 से बाबा यहां नहीं आए हैं, लेकिन उनके अनुयायी दूर-दूर से यहां आते हैं। सुबह 4 बजे से ही भीड़ जुटनी शुरू हो जाती है। कुटी बंद रहती है और अनुयायी सफाई के लिए कभी-कभार इसे खोलते हैं। यह स्थिति पूरे दिन बनी रहती है। स्थानीय निवासी गगन और विक्की ने बताया कि हालांकि उन्होंने कोई चमत्कार नहीं देखा है, लेकिन हर मंगलवार को यहां भीड़ बढ़ती है।

भोले बाबा ने अपनी दत्तक पुत्री को जीवित करने के लिए मंत्रोच्चार किया

पड़ोसी साबिर चौधरी बताते हैं कि भोले बाबा ने अपनी साली की बेटी स्नेहलता को गोद लिया था। 24 साल पहले जब उसकी मौत हुई थी, तो बाबा ने दो दिन तक उसके शव को यहां रखा और मंत्रोच्चार करके उसे पुनर्जीवित करने की कोशिश की। भक्तों ने नारे लगाए और बाबा से अपनी बेटी को पुनर्जीवित करने की प्रार्थना की। बाद में वे शव को मंत्रोच्चार के लिए मल्ला के चबूतरे पर ले गए और मैं भी वहां गया। हजारों की भीड़ जमा हो गई और पुलिस को सभी को तितर-बितर करना पड़ा।

अभुआपुरा आश्रम में भी श्रद्धालु आते हैं

जयपुर हाईवे पर अभुआपुरा में नारायण साकार विश्व हरि चैरिटेबल ट्रस्ट आश्रम है। इसे पिछले साल खरीदा गया था। आश्रम के गेट पर प्रतिदिन श्रद्धालु मत्था टेकने आते हैं। 2019 में किरौली के विधापुर के नगला भरंगढ़पुर गांव में 15 दिनों तक भोले बाबा का सत्संग हुआ था, जिसमें बड़ी संख्या में लोग सत्संग सुनने पहुंचे थे।

भगदड़ में 121 श्रद्धालुओं की मौत

हाथरस के सिकंदराराऊ में हुई भगदड़ में 121 श्रद्धालुओं की जान चली गई, जिनमें 106 की पहचान उत्तर प्रदेश के 17 जिलों के निवासी के रूप में हुई, जबकि छह देश भर के विभिन्न राज्यों के थे। शेष व्यक्तियों की पहचान के प्रयास जारी हैं।

राज्य और केंद्र सरकार मिलकर सभी पीड़ितों को मुआवजा देगी। हादसे में 38 लोग घायल हुए, लेकिन वे खतरे से बाहर हैं। बुधवार को सीएम योगी ने खुद हाथरस के जिला अस्पताल जाकर घायलों का हालचाल जाना और प्रत्यक्षदर्शियों से बात की। सीएम के मुताबिक, हादसे में उत्तर प्रदेश के साथ ही तीन अन्य राज्यों के श्रद्धालु भी शामिल थे। मृतकों में मध्य प्रदेश के ग्वालियर का एक, हरियाणा के पलवल का एक और हरियाणा के फरीदाबाद के तीन लोगों की पहचान हुई है, जबकि राजस्थान के डीग का एक व्यक्ति भी शामिल है। उत्तर प्रदेश के मृतकों में सबसे ज्यादा 22 मृतक हाथरस के हैं, जबकि आगरा के 17, अलीगढ़ के 15, एटा के 10, कासगंज और मथुरा के 8-8, बदायूं के 6, शाहजहांपुर और बुलंदशहर के 5-5, औरैया और संभल के 2-2 और ललितपुर, फिरोजाबाद, गौतमबुद्ध नगर, पीलीभीत, लखीमपुर खीरी और उन्नाव के एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है।


अहमदाबाद और देश, दुनियाँ की ताजा ख़बरे हमारे Facebook पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें,
और Telegram चैनल पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें



मेरा गाँव मेरा देश

अगर आप एक जागृत नागरिक है और अपने आसपास की घटनाओं या अपने क्षेत्र की समस्याओं को हमारे साथ साझा कर अपने गाँव, शहर और देश को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो जुड़िए हमसे अपनी रिपोर्ट के जरिए. ahmedabadvocalsteam@gmail.com

Follow us on

Copyright © 2021  |  All Rights Reserved.

Powered By Newsify Network Pvt. Ltd.