ताजा खबर
भारत ने UN में उड़ाई पाकिस्तान की धज्जियां, कहा- आपके मंत्री ने स्वीकारा कि आतंकवाद को पैसा-प्रशिक्ष...   ||    POK में लॉन्चिंग पैड से बंकरों में पहुंचे आतंकी, भारत की जवाबी कार्रवाई से डरा पाकिस्तान   ||    Canada Elections: कनाडा में किस पार्टी की सरकार बनने के चांस, सर्वे में किसे मिल रही कितनी सीटें?   ||    चीन का पाकिस्तान के साथ होना क्यों हैरानी भरा नहीं, कैसे हैं दोनों के रिश्ते…   ||    पाकिस्तान PM किस बीमारी के चलते अस्पताल में दाखिल, हॉस्पिटल के गुप्त दस्तावेज से रिवील   ||    भारत के रुख से पाक पीएम की तबीयत बिगड़ी, अस्पताल में एडमिट   ||    29 अप्रैल का इतिहास: महत्वपूर्ण घटनाएँ और जश्न के पल   ||    Fact Check: पहलगाम हमले के बाद भारत से पाकिस्तान जाने वालों को नहीं है ये वीडियो, जानें इसकी सच्चाई   ||    Parashurama Janmotsav 2025: भगवान विष्णु के छठे अवतार परशुराम जी का जन्मोत्सव 29 अप्रैल को, जानें सब...   ||    IPL 2025: ‘कोई डर नहीं है, मैं बस गेंद देखता हूं’, धांसू शतक जड़ने के बाद वैभव सूर्यवंशी ने दिया बड़...   ||   

फिल्म निर्माताओं  और अभिनेताओं को लेखकों का नाम लेकर उन्हें उनका श्रेय देना चाहिए', इशानी बनर्जी

Photo Source :

Posted On:Wednesday, May 29, 2024

सिनेमा के संचालन में लेखकों की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण होती हैं। एक अच्छी कहानी के बिना कोई भी फिल्म अधूरी लगती है, और इस कहानी का जन्म लेखकों की खोज, उनकी सोच और उनके लेखन कौशल से होता है। इसलिए, हमें लेखकों को उनके योगदान का सही सम्मान देना चाहिए। लेखकों की महत्वता पर ध्यान केंद्रित करते हुए इशानी बनर्जी जिन्होंने हमें 'अलीगढ़' जैसी फिल्म दी है ने अपना दृष्टिकोण पेश किया।

इंडस्ट्री में लेखकों की स्थिति और उनकी पहचान पर लेखिका इशानी बनर्जी का नज़रिया निश्चित रूप से विचारणीय है। उन्होंने कहा, "लेखकों को स्क्रीन पर उनका नाम देना एक बात होती है और मीडिया द्वारा मान्यता देना दूसरी बात है।

किसी भी प्रोजेक्ट के लिए लेखन पहला चरण होता है। लेखन के बाद, शो बनता है, पोस्ट प्रोडक्शन में जाता है और अंत में दर्शकों के सामने आता है। जब तक यह बाहर आता है, लोग लेखकों के बारे में भूल जाते हैं। वे लेखक का नाम लेना या प्रमोशन के लिए उन्हें बुलाना भी भूल जाते हैं। लेकिन मुझे लगता है कि ओटीटी सेक्टर के आने से यह धीरे-धीरे बदल रहा है। फिर भी, लेखकों को उचित श्रेय देने के लिए बहुत कुछ बदलना होगा। यह धीरे-धीरे बदलेगा। मीडिया को यह बदलाव लाना होगा।

इस बदलाव को लाने में सबको साथ देना होगा। हमें लेखकों के नाम का इस्तेमाल करके उन्हें बुनियादी सम्मान देना होगा। इंटरव्यू के दौरान, फिल्म निर्माताओं और अभिनेताओं को लेखकों का नाम लेकर उन्हें उनका श्रेय देना चाहिए। उम्मीद है कि धीरे-धीरे हम वहां पहुंच जाएंगे।'

इशानी बनर्जी स्कूल ऑफ लाइज, अलीगढ़ और डिस्पैच लिखने के लिए जानी जाती हैं।


अहमदाबाद और देश, दुनियाँ की ताजा ख़बरे हमारे Facebook पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें,
और Telegram चैनल पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें



मेरा गाँव मेरा देश

अगर आप एक जागृत नागरिक है और अपने आसपास की घटनाओं या अपने क्षेत्र की समस्याओं को हमारे साथ साझा कर अपने गाँव, शहर और देश को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो जुड़िए हमसे अपनी रिपोर्ट के जरिए. ahmedabadvocalsteam@gmail.com

Follow us on

Copyright © 2021  |  All Rights Reserved.

Powered By Newsify Network Pvt. Ltd.