ताजा खबर
भारत ने UN में उड़ाई पाकिस्तान की धज्जियां, कहा- आपके मंत्री ने स्वीकारा कि आतंकवाद को पैसा-प्रशिक्ष...   ||    POK में लॉन्चिंग पैड से बंकरों में पहुंचे आतंकी, भारत की जवाबी कार्रवाई से डरा पाकिस्तान   ||    Canada Elections: कनाडा में किस पार्टी की सरकार बनने के चांस, सर्वे में किसे मिल रही कितनी सीटें?   ||    चीन का पाकिस्तान के साथ होना क्यों हैरानी भरा नहीं, कैसे हैं दोनों के रिश्ते…   ||    पाकिस्तान PM किस बीमारी के चलते अस्पताल में दाखिल, हॉस्पिटल के गुप्त दस्तावेज से रिवील   ||    भारत के रुख से पाक पीएम की तबीयत बिगड़ी, अस्पताल में एडमिट   ||    29 अप्रैल का इतिहास: महत्वपूर्ण घटनाएँ और जश्न के पल   ||    Fact Check: पहलगाम हमले के बाद भारत से पाकिस्तान जाने वालों को नहीं है ये वीडियो, जानें इसकी सच्चाई   ||    Parashurama Janmotsav 2025: भगवान विष्णु के छठे अवतार परशुराम जी का जन्मोत्सव 29 अप्रैल को, जानें सब...   ||    IPL 2025: ‘कोई डर नहीं है, मैं बस गेंद देखता हूं’, धांसू शतक जड़ने के बाद वैभव सूर्यवंशी ने दिया बड़...   ||   

Sardar Vallabhbhai Patel Death Anniversary भारत के लौह पुरुष वल्लभ भाई पटेल की पुण्यतिथि पर जानें इनके जीवन से जुड़े अनजाने पहलू

Photo Source :

Posted On:Friday, December 15, 2023

इतिहास न्यूज डेस्क् !!! भारत के पहले गृह मंत्री और उपप्रधानमंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल की पुण्य तिथि हर साल 15 दिसंबर को मनाई जाती है। उन्हें भारत का लौह पुरुष कहा जाता है। लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल को याद करने के वैसे तो कई कारण हैं लेकिन उनमें सबसे प्रमुख है स्वतंत्र भारत को एकजुट करने में उनकी अहम भूमिका।

भारत का लौह पुरुष

सरदार पटेल का जन्म 31 अक्टूबर 1875 को गुजरात के खेड़ा जिले में हुआ था। गृह मंत्री के रूप में उन्होंने देश की लगभग 562 रियासतों का भारत में विलय कराया। ऐसा करके उन्होंने भारतीय एकता के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। सरदार वल्लभभाई पटेल को नये भारत का निर्माता भी कहा जाता है। उनके वीरतापूर्ण कार्यों के कारण उन्हें लौह पुरुष और सरदार जैसी उपाधियों से सम्मानित किया गया। सरदार पटेल स्वभाव से शांत, उदार और कोमल हृदय वाले व्यक्ति थे। वे महान और प्रेरणादायक विचारों के धनी माने जाते हैं।

आज उनकी पुण्य तिथि पर आइए जानते हैं उनके बारे में कुछ रोचक तथ्य।

1. सरदार वल्लभभाई पटेल का जन्म 31 अक्टूबर 1875 को गुजरात में हुआ था। वह बैरिस्टर की पढ़ाई के लिए लंदन गए और वहां से लौटकर अहमदाबाद में वकालत करने लगे। महात्मा गांधी के विचारों से प्रेरित होकर उन्होंने भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में भाग लिया।

2. स्वतंत्रता आंदोलन में सरदार पटेल का पहला और बड़ा योगदान 1918 में खेड़ा सत्याग्रह था। उन्होंने 1928 में बारडोली सत्याग्रह में किसान आंदोलन का सफलतापूर्वक नेतृत्व किया।

3. सरदार वल्लभभाई पटेल भारत के पहले गृह मंत्री और उप प्रधान मंत्री थे।

4. आजादी के बाद रियासतों को एकजुट करने और अखंड भारत के निर्माण में उनके योगदान को भुलाया नहीं जा सकता। उन्होंने 562 छोटे-बड़े राज्यों का भारतीय संघ में विलय कराकर भारतीय एकता का निर्माण किया।

5. महात्मा गांधी ने सरदार को लौह पुरुष की उपाधि दी थी.

6. गुजरात में नर्मदा पर सरदार सरोवर बांध के सामने सरदार वल्लभभाई पटेल की 182 मीटर (597 फीट) ऊंची लौह प्रतिमा (स्टैच्यू ऑफ यूनिटी) बनाई गई है। यह दुनिया की सबसे बड़ी मूर्ति है. इसे देश में 31 अक्टूबर 2018 को खोला गया था।

7. यह सरदार पटेल का दृष्टिकोण था कि भारतीय प्रशासनिक सेवाएँ देश को एकजुट रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी। उन्होंने सिविल सेवा को देश का स्टील फ्रेम बताया।

8. बारडोली सत्याग्रह आंदोलन की सफलता के बाद वहां की महिलाओं ने वल्लभभाई पटेल को 'सरदार' की उपाधि दी।

9. किसी भी देश की नींव उसकी एकता और अखंडता में निहित होती है और सरदार पटेल देश की एकता के वास्तुकार थे। इसी कारण से उनके जन्मदिन को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाया जाता है।

10. सरदार पटेल जी का निधन 15 दिसंबर 1950 को मुंबई में हो गया। 1991 में सरदार पटेल को मरणोपरांत 'भारत रत्न' से सम्मानित किया गया।


अहमदाबाद और देश, दुनियाँ की ताजा ख़बरे हमारे Facebook पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें,
और Telegram चैनल पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें



मेरा गाँव मेरा देश

अगर आप एक जागृत नागरिक है और अपने आसपास की घटनाओं या अपने क्षेत्र की समस्याओं को हमारे साथ साझा कर अपने गाँव, शहर और देश को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो जुड़िए हमसे अपनी रिपोर्ट के जरिए. ahmedabadvocalsteam@gmail.com

Follow us on

Copyright © 2021  |  All Rights Reserved.

Powered By Newsify Network Pvt. Ltd.