ताजा खबर
चंदोला झील में अतिक्रमण पर चला बुलडोज़र, हाईकोर्ट ने कार्रवाई पर रोक से किया इनकार   ||    अहमदाबाद में 'ऑपरेशन क्लीन': मिनी बांग्लादेश पर AMC की अब तक की सबसे बड़ी बुलडोजर कार्रवाई   ||    भारत ने UN में उड़ाई पाकिस्तान की धज्जियां, कहा- आपके मंत्री ने स्वीकारा कि आतंकवाद को पैसा-प्रशिक्ष...   ||    POK में लॉन्चिंग पैड से बंकरों में पहुंचे आतंकी, भारत की जवाबी कार्रवाई से डरा पाकिस्तान   ||    Canada Elections: कनाडा में किस पार्टी की सरकार बनने के चांस, सर्वे में किसे मिल रही कितनी सीटें?   ||    चीन का पाकिस्तान के साथ होना क्यों हैरानी भरा नहीं, कैसे हैं दोनों के रिश्ते…   ||    पाकिस्तान PM किस बीमारी के चलते अस्पताल में दाखिल, हॉस्पिटल के गुप्त दस्तावेज से रिवील   ||    भारत के रुख से पाक पीएम की तबीयत बिगड़ी, अस्पताल में एडमिट   ||    29 अप्रैल का इतिहास: महत्वपूर्ण घटनाएँ और जश्न के पल   ||    Fact Check: पहलगाम हमले के बाद भारत से पाकिस्तान जाने वालों को नहीं है ये वीडियो, जानें इसकी सच्चाई   ||   

इलॉन मस्क ने अमेरिका की उप राष्ट्रपति कमला हैरिस को बताया झूठा, जानिए पूरा मामला

Photo Source :

Posted On:Tuesday, July 2, 2024

मुंबई, 02 जुलाई, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। टेस्ला के मालिक इलॉन मस्क ने अमेरिका की उप राष्ट्रपति कमला हैरिस को झूठा बताया है। उन्होंने हैरिस पर अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के बारे में झूठ फैलाने का आरोप लगाया है। दरअसल, अमेरिका में नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव को देखते हुए कमला हैरिस ने सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म X पर पोस्ट कर कहा था कि ट्रम्प अबॉर्शन को पूरे देश में बैन कर देंगे। हैरिस ने कहा था कि राष्ट्रपति जो बाइडेन और वो खुद साथ मिलकर महिलाओं को उनका हक दिलाने की हरसंभव कोशिश करेंगे। हैरिस ने अपने पोस्ट में कई बड़े मीडिया हाउस के आर्टिकल लगाए थे, जिसमें ट्रम्प के उन बयानों को शामिल किया गया था जिनमें उन्होंने अबॉर्शन पर बैन लगाने की बात कही थी। कमला हैरिस के पोस्ट का जवाब देते हुए इलॉन मस्क ने लिखा कि ट्रम्प ने 28 जून को हुई डिबेट में यह साफ कर दिया है कि वे अबॉर्शन पर रोक नहीं लगाएंगे।

मस्क ने आगे कहा कि अमेरिकी राजनेताओं को यह समझना होगा कि वह अब इस प्लेटफॉर्म पर और झूठ नहीं फैला सकते। दरअसल, अमेरिका के आगामी चुनाव में अबॉर्शन एक बड़ा मुद्दा है। जहां एक तरफ रिपब्लिकन पार्टी के डोनाल्ड ट्रम्प इसके खिलाफ रहे हैं, तो वहीं बाइडेन की डेमोक्रेटिक पार्टी अबॉर्शन के समर्थन में रही है। 24 जून 2022 को अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने महिलाओं को 50 साल पहले मिली अबॉर्शन की संवैधानिक सुरक्षा खत्म कर दी थी। इसके बाद राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इस फैसले को दुखद बताते हुए कहा था- कोर्ट ने आज जो किया है वो कभी नहीं हुआ। अमेरिकी महिलाओं का स्वास्थ्य और जीवन अब खतरे में है। यह फैसला अमेरिका को 150 साल पीछे धकेलने वाला है।

दरअसल, 2018 में अमेरिका के मिसीसिपी राज्य ने एक कानून पास किया था, जिसमें गंभीर मेडिकल इमरजेंसी छोड़कर सभी मामलों में गर्भधारण करने के 15 हफ्तों बाद अबॉर्शन पर रोक लगा दी गई थी। इसके 4 साल बाद सुप्रीम कोर्ट ने भी एक मामले की सुनवाई करते हुए मिसीसिपी के फैसले को सही मानकर इसे पूरे देश में लागू कर दिया था। अमेरिका में साल 1969 में नोर्मा मैककॉर्वी (जेन रो) नाम की महिला ने अबॉर्शन लीगल कराने के लिए लड़ाई लड़ी थी। । नोर्मा ने 1969 में राज्य के उस कानून को चुनौती दी, जिसके हिसाब से अबॉर्शन अवैध था। जेन रो ने जब अबॉर्शन को लीगल कराने करने के लिए याचिका दायर की थी, तब सरकारी वकील हेनरी वेड ने विरोध में जिरह की थी। इस वजह से इस मामले को दुनिया भर में 'रो बनाम वेड' नाम से जाना जाने लगा।


अहमदाबाद और देश, दुनियाँ की ताजा ख़बरे हमारे Facebook पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें,
और Telegram चैनल पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें



मेरा गाँव मेरा देश

अगर आप एक जागृत नागरिक है और अपने आसपास की घटनाओं या अपने क्षेत्र की समस्याओं को हमारे साथ साझा कर अपने गाँव, शहर और देश को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो जुड़िए हमसे अपनी रिपोर्ट के जरिए. ahmedabadvocalsteam@gmail.com

Follow us on

Copyright © 2021  |  All Rights Reserved.

Powered By Newsify Network Pvt. Ltd.