अहमदाबाद न्यूज डेस्क: केंद्र सरकार ने मंगलवार को साफ किया कि अहमदाबाद विमान हादसे की जांच में किसी भी तरह की गड़बड़ी, हेरफेर या “गंदा काम” नहीं हो रहा है। 12 जून को हुए इस एयर इंडिया विमान हादसे में 241 यात्रियों और क्रू मेंबर समेत कुल 260 लोगों की मौत हो गई थी। हादसे की जांच एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इंवेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) कर रहा है, जो नागरिक उड्डयन मंत्रालय के अधीन है। हाल ही में एएआईबी की प्रारंभिक रिपोर्ट के कुछ हिस्से अमेरिकी मीडिया में लीक हुए थे, जिनसे ऐसा जताया गया कि हादसे की गलती दिवंगत पायलट की थी। इसके बाद कैप्टन के पिता ने जांच पर सवाल उठाए और मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया।
नागर विमानन मंत्री के. राममोहन नायडू ने कहा कि जांच पूरी तरह निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से चल रही है। उन्होंने बताया, “कोई हेरफेर या गलत काम नहीं हो रहा। यह बहुत ही साफ-सुथरी और नियमों के अनुसार प्रक्रिया है।” नायडू ने कहा कि अंतिम रिपोर्ट आने में कुछ समय लगेगा क्योंकि एएआईबी बिना किसी दबाव के स्वतंत्र रूप से जांच कर रही है।
गौरतलब है कि हादसे के दौरान एयर इंडिया का बोइंग ड्रीमलाइनर विमान AI-171 अहमदाबाद से लंदन जा रहा था। कुछ मिनट बाद ही विमान अहमदाबाद के एक मेडिकल कॉलेज परिसर में क्रैश हो गया, जिससे विमान में मौजूद लगभग सभी यात्रियों और जमीन पर मौजूद 19 लोगों की मौत हो गई थी।
कैप्टन सुमीत सभरवाल के पिता पुष्कर राज सभरवाल ने आरोप लगाया था कि जांच टीम के कुछ सदस्यों ने उनके बेटे को दोषी ठहराने की कोशिश की और यह कहा कि टेकऑफ के बाद उसने गलती से फ्यूल स्विच बंद कर दिया था। इसी थ्योरी को अमेरिकी मीडिया ने भी आगे बढ़ाया था। सभरवाल ने नागर विमान मंत्रालय को पत्र लिखकर नई जांच की मांग की थी, ताकि उनके बेटे की प्रतिष्ठा को लेकर फैल रही गलतफहमियां दूर हो सकें।