अहमदाबाद न्यूज डेस्क: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले के बाद भारत में अवैध विदेशी नागरिकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है। शनिवार को गुजरात के अहमदाबाद और सूरत में पुलिस ने महिलाओं और बच्चों सहित करीब एक हजार बांग्लादेशी नागरिकों को हिरासत में लिया। इन लोगों के पास कोई वैध दस्तावेज नहीं पाए गए, जिसके कारण उन्हें भारत से निकाला जाएगा। गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी ने बताया कि इनमें से कई बांग्लादेशी नागरिक ड्रग्स और मानव तस्करी में शामिल थे और कुछ का संबंध आतंकवादी संगठनों से भी था।
पुलिस ने हाल ही में गिरफ्तार किए गए चार बांग्लादेशियों में से दो को अलकायदा के स्लीपर सेल से जुड़ा पाया। इस मामले में अब गुजरात में इन बांग्लादेशी नागरिकों की गतिविधियों और उनकी पृष्ठभूमि की जांच की जाएगी। गृह राज्य मंत्री ने यह भी बताया कि इस कार्रवाई के तहत उन लोगों को भारत से बाहर भेजा जाएगा जिनके पास कोई वैध दस्तावेज नहीं हैं।
साथ ही, हरियाणा सरकार ने भी पाकिस्तान से आए 460 नागरिकों को निकालने का आदेश जारी किया है। हालांकि, अभी इन नागरिकों को हिरासत में लेने की कोई सूचना नहीं है। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने गृह विभाग से पाकिस्तानियों को वापस भेजने के लिए एक ठोस योजना तैयार करने को कहा है। वहीं, पंजाब के अटारी बॉर्डर पर पाकिस्तानी नागरिकों का भारत छोड़ने का सिलसिला जारी है।
भारत सरकार ने पाकिस्तान से आए नागरिकों के लिए वीजा नीति को कड़ा कर दिया है। केंद्र सरकार ने 1 मई 2025 तक सभी पाकिस्तानी नागरिकों को भारत छोड़ने के आदेश दिए हैं। मेडिकल वीजा पर आए पाकिस्तानियों को 29 अप्रैल तक भारत से वापस लौटने का निर्देश दिया गया है। अब से पाकिस्तानियों को कोई नया वीजा जारी नहीं किया जाएगा, और जिनके पास अवैध वीजा हैं, उन्हें सरकार खुद देश से बाहर निकालेगी।