अहमदाबाद न्यूज डेस्क: अहमदाबाद में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। 35 साल के राजू, जो बचपन में अपहृत हुआ था, हाल ही में पुलिस के पास पहुंचे। जानकारी के अनुसार, जब वह सिर्फ 7 साल का था, तब उसे अगवा कर हरियाणा में एक पशु फार्म में बंधुआ मजदूर के रूप में रखा गया। वहां वह 30 साल से अधिक समय तक काम करने के लिए मजबूर रहा।
राजू ने पुलिस को बताया कि उसे एक ट्रक ड्राइवर ने अगवा कर सैकड़ों किलोमीटर दूर हरियाणा ले गया। उसके बाद वह फार्म में दिन में दो बार खाना खाते हुए पशुओं की देखभाल करता रहा। इस दौरान बाहरी दुनिया से उसका कोई संपर्क नहीं था। बावजूद इसके, वह अपने परिवार की यादें नहीं खो सका। उसे याद था कि उसके घर में तीन कमरे थे, पिता साइकिल से काम पर जाते थे और उसके पांच बहनें थीं।
राजू ने 16 सितंबर को अहमदाबाद रेलवे स्टेशन पर जाकर पुलिस से मदद मांगी। पुलिस निरीक्षक एच. आर. वाघेला ने बताया कि राजू ने लगभग तीन मिनट में अपने 30 साल से अधिक लंबे कष्टमय अनुभव का वर्णन किया। राजू का टैटू ही उसकी पहचान का एकमात्र साधन था, जिससे उसने अपना नाम 'राजू' याद रखा। उसने बताया कि कई सालों तक वह अलग-अलग लोगों से गुलामी से भागने में मदद की गुहार लगाता रहा, और पिछले साल एक ट्रक ड्राइवर ने उसे जयपुर छोड़ने का वादा पूरा किया।
पुलिस अब राजू के परिवार की तलाश में जुटी है। वाघेला ने कहा कि उन्होंने राजू की तस्वीर और उसके घर, पिता और भाई-बहनों के बारे में जानकारी साझा कर दी है। कोशिश की जा रही है कि उस समय किसी गुमशुदगी की शिकायत दर्ज हुई थी या नहीं। राजू का अनुमान है कि उसका अपहरण भारत के 50वें स्वतंत्रता दिवस के आसपास हुआ था।