अहमदाबाद न्यूज डेस्क: अहमदाबाद के चंदोला झील के पास अवैध कब्जे हटाने का काम जारी है, इस दौरान पुलिस ने अवैध बांग्लादेशियों को वहां बसाने के आरोप में कुख्यात लल्ला बिहारी को राजस्थान से गिरफ्तार कर लिया है। लल्ला बिहारी फरार था, लेकिन चंदोला में मेगा डिमॉलिशन के बाद उसे गिरफ्तार किया गया। लल्ला बिहारी ने चंदोला झील के इलाके को मिनी बांग्लादेश बना दिया था, और उसके बेटे फतेह मोहम्मद को पहले ही पकड़ा जा चुका है।
पुलिस ने बताया कि लल्ला बिहारी के खिलाफ दो मामलों की जांच की जा रही है, और उसकी गिरफ्तारी के बाद इस पूरे रैकेट का खुलासा होने की उम्मीद है। स्थानीय नेताओं के बारे में भी जानकारी सामने आई है कि उन्होंने फर्जी दस्तावेजों के लिए लेटर पैड बनवाए थे, जिनकी जांच अब जारी है। पुलिस ने लल्ला बिहारी के बेटे से पूछताछ करने के बाद उसकी पांच संपत्तियों का पता लगाया, जिनमें से कई बैंक खाता और बिल बुक भी बरामद की गईं।
लल्ला बिहारी का अवैध कारोबार बांग्लादेशियों को बसाने का था, जिसमें वह पैसे लेकर उन्हें छोटे शेड, कमरे, दुकानें और गोदाम किराए पर देता था। उसने बांग्लादेशियों के लिए एक पैकेज तैयार किया था, जिसमें रहने के साथ-साथ फर्जी दस्तावेज भी बनाए जाते थे। इस पैकेज के तहत वह परिवारों को बसाने के लिए 10 से 12 लाख रुपये तक वसूलता था। इससे बांग्लादेशियों के लिए छोटे-मोटे काम का भी इंतजाम किया जाता था।
जब पुलिस कमिश्नर इस क्षेत्र में कार्रवाई करने पहुंचे, तो उन्होंने चंदोला झील के पास 2000 गज में बने एक शानदार फार्महाउस को देखा, जो लल्ला बिहारी का था। यह फार्महाउस एकदम झुग्गियों के बीच स्थित था, जिससे पुलिस भी हैरान रह गई। लल्ला बिहारी की गिरफ्तारी से पहले ही वह फरार हो गया था, लेकिन अब उसे गिरफ्तार कर लिया गया है।
चंदोला झील और उसके आसपास का इलाका अहमदाबाद में मिनी बांग्लादेश के नाम से जाना जाता है, जहां अपराध और अवैध गतिविधियों का बोलबाला है। पुलिस ने इस इलाके से 890 संदिग्ध बांग्लादेशियों को हिरासत में लिया है, जिनमें से 200 बांग्लादेशी नागरिक पाए गए हैं। यह कार्रवाई पहलगाम हमले के बाद शुरू की गई थी। हिरासत में लिए गए लोगों से फर्जी दस्तावेज़ भी बरामद किए गए हैं, और पुलिस अब उनकी जांच कर रही है।