ताजा खबर
गुजरात में अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों के खिलाफ कार्रवाई, हरियाणा में पाकिस्तानियों को बाहर भेजने का...   ||    अजरबैजान ने भारत के साथ रिश्ते बढ़ाने के लिए अहमदाबाद के लिए डायरेक्ट फ्लाइट सेवा शुरू करने का लिया ...   ||    Fact check: सोशल मीडिया पर फायरिंग का एक वीडियो गलत दावे से वायरल, पहलगाम आतंकी हमले से नहीं है कोई ...   ||    Bharani Nakshatra Upay: सोमवार को भरणी नक्षत्र का बन रहा है शुभ संयोग, जीवन में सुख-समृद्धि पाने के ...   ||    28 अप्रैल का इतिहास: भारत और विश्व में घटित महत्वपूर्ण घटनाएँ   ||    DC vs RCB: किस बात से तिलमिला उठे किंग कोहली, केएल राहुल संग जमकर हुई जुबानी जंग, वीडियो वायरल   ||    MI vs LSG: हार के बाद Rishabh Pant को लगा एक और झटका, BCCI ने 24 लाख की दी सजा   ||    IPL 2025 के बीच इस खिलाड़ी पर लगा 4 मैच का बैन, खाते में दर्ज 8 डिमेरिट पॉइंट्स   ||    इन ‘छोटे’ बैंकों का ‘बड़ा’ धमाका, Fixed Deposit पर दे रहे 9% से ज्यादा ब्याज   ||    बिहार में पेट्रोल 100 के पार, जानें दिल्ली-नोएडा समेत बड़े शहरों में क्या दाम   ||   

क्या आपका बच्चा भी खता है मिट्टी तो हो जाएं सावधान, जानिए क्या है पिका डिसऑर्डर

Photo Source :

Posted On:Wednesday, June 22, 2022

मुंबई, 22 जून, (न्यूज़ हेल्पलाइन) एक अजीब बीमारी होने के बावजूद, पिका आमतौर पर बड़ी संख्या में लोगों में देखा जाता है। पिका विकार आमतौर पर गर्भवती महिलाओं और छोटे बच्चों में आम है।

अधिकांश छोटे बच्चे और गर्भवती माताएं गंदगी के साथ-साथ अन्य चीजों का भी सेवन करने लगती हैं। हमारे आहार का संबंध पिका बीमारी से है। जिन लोगों के पास पिका है, वे लगातार गैर-खाद्य वस्तुओं की लालसा रखते हैं, जिनमें सूखे पेंट चिप्स, बर्फ के टुकड़े, साबुन, बटन, मिट्टी, रेत, सिगरेट की राख, पेंट, चाक, और बहुत कुछ शामिल हैं।

पिका विकार शारीरिक कमजोरी के साथ संयुक्त मनोविकृति है जिसमें रोगी अत्यधिक भोजन का भी सेवन कर सकता है, जिससे शरीर में कई बीमारियों और विषाक्त पदार्थों का विकास हो सकता है। ऐसी चीजें खाने से आंतों में संक्रमण, बैक्टीरियल वायरस और जहर जैसी गंभीर बीमारियां भी हो सकती हैं।

किसी व्यक्ति में पिका विकार आयरन, जिंक या अन्य पोषक तत्वों की कमी का परिणाम हो सकता है। सिज़ोफ्रेनिया और ओसीडी (जुनून-बाध्यकारी विकार) जैसी मानसिक बीमारियां भी विकार का कारण बन सकती हैं।

रोगी को गैर-खाद्य पदार्थों की इच्छा और उन्हें खाने की आदत विकसित होती है। विशेषज्ञों का मानना ​​है कि कुछ व्यक्तियों में पिका के विकास में कुपोषण और परहेज़ भी भूमिका निभा सकता है। परिणामस्वरूप रोगियों को तृप्ति का अनुभव होता है।

अगर आपको पिका के कोई लक्षण दिखाई दें तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें। शुरुआत में, पिका का आसानी से इलाज किया जा सकता है। आपको रक्त परीक्षण करवाना चाहिए ताकि शरीर की कमियों की पहचान की जा सके। आपको अपने आहार में प्रोटीन और विटामिन जैसे सभी आवश्यक पोषक तत्वों को शामिल करना चाहिए।


अहमदाबाद और देश, दुनियाँ की ताजा ख़बरे हमारे Facebook पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें,
और Telegram चैनल पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें



मेरा गाँव मेरा देश

अगर आप एक जागृत नागरिक है और अपने आसपास की घटनाओं या अपने क्षेत्र की समस्याओं को हमारे साथ साझा कर अपने गाँव, शहर और देश को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो जुड़िए हमसे अपनी रिपोर्ट के जरिए. ahmedabadvocalsteam@gmail.com

Follow us on

Copyright © 2021  |  All Rights Reserved.

Powered By Newsify Network Pvt. Ltd.