ताजा खबर
अहमदाबाद में दर्जी की लापरवाही पर कोर्ट सख्त, महिला को मिला मुआवजा   ||    एयर इंडिया हादसे पर पहली बार बोले सीईओ, कहा – कंपनी की कार्यप्रणाली में नहीं थी कोई गलती   ||    रोमांटिक अंदाज़ में पुलकित सम्राट ने कृति खरबंदा का जन्मदिन मनाया   ||    फरहान अख्तर की ‘120 बहादुर’ का पहला गाना ‘दादा किशन की जय’ रिलीज़   ||    ‘महाकाली’ टीज़र पोस्टर ने बढ़ाई सनसनी: प्रशांत वर्मा सिनेमैटिक यूनिवर्स की अगली शक्तिशाली नायिका से ...   ||    सौंदर्या रजनीकांत की ‘प्रोडक्शन नंबर 4’ नेटफ्लिक्स पर रिलीज़ होगी   ||    जैकी श्रॉफ ने मनाई 'कॉल माई एजेंट: बॉलीवुड' की चौथी सालगिरह — याद किया पर्दे के पीछे का जादू   ||    दिल्ली में क्यों नहीं हो पाई आर्टिफिशियल बारिश? IIT कानपुर के निदेशक ने दिया जवाब   ||    जापान में राष्ट्रपति ट्रंप ने फिर अलापा युद्ध रोकने का अलाप, 7 नए विमानों के गिरने का किया दावा   ||    यूपी में गन्ना किसानों के लिए बड़ा ऐलान, सीएम योगी का बढ़ाए गन्ना के दाम, लाखों किसानों को मिलेगा फा...   ||   

नई शिक्षा नीति के तहत साल में दो बार होंगे 10वीं और 12वीं के बोर्ड एग्जाम, जानिए पूरा मामला

Photo Source :

Posted On:Wednesday, August 23, 2023

मुंबई, 23 अगस्त, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। केंद्र सरकार ने नई शिक्षा नीति के तहत एकेडमिक सेशन 2024-25 के लिए नोटिफिकेशन जारी किया है। जिसके मुताबिक, अब 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं साल में दो बार कराई जाएंगीं। दोनों परीक्षा में जिसमें स्टूडेंट के ज्यादा मार्क होंगे, उसे गिना जाएगा। इसके अलावा 11वीं और 12वीं के स्टूडेंट्स को दो भाषाएं पढ़नी होंगी। इनमें से एक भारतीय भाषा होनी चाहिए। हालांकि, स्टूडेंट्स को सबजेक्ट चुनने की छूट होगी। उन पर चुनी गई स्ट्रीम के आधार पर कोई प्रतिबंध नहीं होगा।

वहीं, शिक्षा मंत्रालय ने बताया कि एकेडमिक सेशन 2024 के लिए किताबों में भी बदलाव किया जा रहा है। किताबों में अब भारी-भरकम सिलेबस भी नहीं रखा जाएगा। किताबों की कीमतें भी कम की जाएंगी। नया सिलेबस न्यू एजुकेशन पॉलिसी-2020 को ध्यान में रखकर तैयार किया जाएगा। जिसमें स्कूल बोर्ड कोर्स पूरा होने पर ऑन डिमांड एग्जाम कराने की मांग कर सकेंगे। इन बदलावों के पीछे का उद्देश्य स्टूडेंट्स को महीनों तक बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी करने के मुकाबले उनकी समझ और उपलब्धि का आकलन करना है। आपको बता दें, नई शिक्षा नीति को 29 जुलाई 2020 को इसे मंत्रिमंडल से मंजूरी मिली थी। इसमें शिक्षा नीति में समानता, गुणवत्ता जैसे कई मुद्दों पर ध्यान दिया गया है। सरकार ने नई शिक्षा नीति पर केंद्र और राज्य के सहयोग से जीडीपी का 6% हिस्सा खर्च करने का लक्ष्य रखा है। न्यू एजुकेशन पॉलिसी आने से पहले 34 साल पहले यानी 1986 में शिक्षा नीति बनाई गई थी। 2020 के पहले तक उसमें ही बदलाव किए जा रहे थे।


अहमदाबाद और देश, दुनियाँ की ताजा ख़बरे हमारे Facebook पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें,
और Telegram चैनल पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें



मेरा गाँव मेरा देश

अगर आप एक जागृत नागरिक है और अपने आसपास की घटनाओं या अपने क्षेत्र की समस्याओं को हमारे साथ साझा कर अपने गाँव, शहर और देश को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो जुड़िए हमसे अपनी रिपोर्ट के जरिए. ahmedabadvocalsteam@gmail.com

Follow us on

Copyright © 2021  |  All Rights Reserved.

Powered By Newsify Network Pvt. Ltd.