ताजा खबर
अहमदाबाद में दर्जी की लापरवाही पर कोर्ट सख्त, महिला को मिला मुआवजा   ||    एयर इंडिया हादसे पर पहली बार बोले सीईओ, कहा – कंपनी की कार्यप्रणाली में नहीं थी कोई गलती   ||    रोमांटिक अंदाज़ में पुलकित सम्राट ने कृति खरबंदा का जन्मदिन मनाया   ||    फरहान अख्तर की ‘120 बहादुर’ का पहला गाना ‘दादा किशन की जय’ रिलीज़   ||    ‘महाकाली’ टीज़र पोस्टर ने बढ़ाई सनसनी: प्रशांत वर्मा सिनेमैटिक यूनिवर्स की अगली शक्तिशाली नायिका से ...   ||    सौंदर्या रजनीकांत की ‘प्रोडक्शन नंबर 4’ नेटफ्लिक्स पर रिलीज़ होगी   ||    जैकी श्रॉफ ने मनाई 'कॉल माई एजेंट: बॉलीवुड' की चौथी सालगिरह — याद किया पर्दे के पीछे का जादू   ||    दिल्ली में क्यों नहीं हो पाई आर्टिफिशियल बारिश? IIT कानपुर के निदेशक ने दिया जवाब   ||    जापान में राष्ट्रपति ट्रंप ने फिर अलापा युद्ध रोकने का अलाप, 7 नए विमानों के गिरने का किया दावा   ||    यूपी में गन्ना किसानों के लिए बड़ा ऐलान, सीएम योगी का बढ़ाए गन्ना के दाम, लाखों किसानों को मिलेगा फा...   ||   

कांग्रेस ने लगाया आरोप सांसदों को बांटी गई संविधान की कॉपी में प्रस्तावना से समाजवादी, धर्मनिरपेक्ष शब्द हटाए, जानिए पूरा मामला

Photo Source :

Posted On:Wednesday, September 20, 2023

मुंबई, 20 सितम्बर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। संसद में स्पेशल सेशन के बीच नया विवाद खड़ा हो गया है। कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि नई संसद के उद्घाटन के दौरान सांसदों को संविधान की जो कॉपी बांटी गई है, उसमें छपी प्रस्तावना से 'सेक्युलर' और 'सोशलिस्ट' शब्द हटा दिए गए हैं। इसके जवाब में सरकार ने कहा है कि संविधान की कॉपी में मूल संविधान की प्रस्तावना शामिल की गई है। जिसमें 'सेक्युलर' और 'सोशलिस्ट' शब्द नहीं थे। दरअसल, संविधान की प्रस्तावना में ये दोनों शब्द 1976 में 42वें संशोधन के जरिए शामिल किए गए थे।

कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने आरोप लगाया है कि हम जानते हैं ये शब्द 1976 में एक संशोधन के बाद जोड़े गए थे, लेकिन अगर आज कोई हमें संविधान देता है और उसमें ये शब्द नहीं हैं, तो यह चिंता की बात है। उन्होंने कहा कि BJP की मंशा संदिग्ध है। ये बड़ी चतुराई से किया गया है। यह मेरे लिए चिंता का विषय है। मैंने इस मुद्दे को उठाने की कोशिश की, लेकिन मुझे इस मुद्दे को उठाने का मौका नहीं मिला। वहीं, अधीर रंजन के आरोपों पर कानून मंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने कहा, जब संविधान अस्तित्व में आया, तब समाजवादी और धर्मनिरपेक्ष शब्द नहीं थे। ये शब्द संविधान के 42वें संशोधन में जोड़े गए।

वहीं, दैनिक भास्कर की छानबीन में सामने आया है कि जो कॉपी सांसदों को दी गई है उसमें ओरिजिनल प्रस्तावना और संशोधित प्रस्तावना दोनों शामिल हैं। सूत्रों के मुताबिक पहले पन्ने पर ओरिजिनल प्रस्तावना है जबकि दूसरे पन्ने पर संशोधित प्रस्तावना भी है। अधीर रंजन का दावा पुख्ता नहीं है क्योंकि उन्होंने पूरी बात नहीं बताई। हालांकि पुरानी प्रस्तावना क्यों रखी गई है ये भी स्पष्ट नहीं है। दरअसल, संसद के विशेष सत्र में कामकाज 19 सितंबर से शुरू हुआ। उसी दिन सभी सांसदों को पुरानी बिल्डिंग से नई बिल्डिंग ले जाया गया थी। तभी, सांसदों को संविधान की यह कॉपी भी दी गई थी।


अहमदाबाद और देश, दुनियाँ की ताजा ख़बरे हमारे Facebook पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें,
और Telegram चैनल पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें



मेरा गाँव मेरा देश

अगर आप एक जागृत नागरिक है और अपने आसपास की घटनाओं या अपने क्षेत्र की समस्याओं को हमारे साथ साझा कर अपने गाँव, शहर और देश को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो जुड़िए हमसे अपनी रिपोर्ट के जरिए. ahmedabadvocalsteam@gmail.com

Follow us on

Copyright © 2021  |  All Rights Reserved.

Powered By Newsify Network Pvt. Ltd.