ताजा खबर
अहमदाबाद में अब तक का सबसे बड़ा ज़मीन सौदा, लुलु ग्रुप ने 519 करोड़ में खरीदा प्लॉट   ||    मांचा मस्जिद तोड़फोड़ पर सुप्रीम कोर्ट ने याचिका खारिज की, कहा— नगर निगम जनहित में कर रहा काम   ||    पाकिस्तान के हमले में अफगानिस्तान के 6 लोगों की मौत, मृतकों में महिलाएं और बच्चे शामिल   ||    'हम जवाब देना जानते हैं', तीन क्रिकेटरों की मौत के बाद PAK को अफगानिस्तान की चेतावनी   ||    दिल्ली में सांसदों के फ्लैट्स में लगी भीषण आग, फायर ब्रिगेड की छह गाड़ियाें ने पाया काबू   ||    महाराष्ट्र के नंदुरबार में श्रद्धालुओं से भरी पिकअप गहरी खाई में गिरी, 8 लोगों की मौत और कई घायल   ||    'चुटकी में रुकवा सकता हूं अफगानिस्तान-पाकिस्तान की जंग', डोनल्ड ट्रंप का दावा   ||    IPS पूरन कुमार ने सुसाइड नोट कितने लोगों को भेजा, वसीयत में क्या लिखा था? लैपटॉप की जांच में जुटी SI...   ||    फैक्ट चेक: राजस्थान के अंता उपचुनाव में नरेश मीणा की मदद के लिए व्यवसायी ने भेजीं 1000 कारें? नहीं, ...   ||    मोजाम्बिक में बड़ा हादसा, समुद्र में नाव पलटने से तीन भारतीयों की मौत और 5 लापता   ||   

राजस्थान में खांसी की सीरप से बच्चे बीमार, एक की मौत का दावा, जांच पूरी होने तक सप्लाई रोकी गई, जानिए पूरा मामला

Photo Source :

Posted On:Wednesday, October 1, 2025

मुंबई, 01 अक्टूबर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। राजस्थान के भरतपुर के बयाना और सीकर में खांसी की सीरप पीने से कई बच्चे बीमार पड़ गए हैं। इस घटना में एक बच्चे की मौत होने का भी दावा किया गया है। मामला सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने डेक्सट्रोमेथॉरफन हाइड्रोब्रोमाइड कॉम्बिनेशन वाली सभी खांसी की सीरप के वितरण पर रोक लगा दी है। फिलहाल मुख्यमंत्री निशुल्क दवा योजना के तहत यह दवाइयां जयपुर की KAYSONS फार्मा कंपनी और इंदौर की Samkem फार्मा कंपनी से सप्लाई की जा रही थीं। राजस्थान मेडिकल सर्विस कॉरपोरेशन लिमिटेड (RMSCL) ने सतर्कता बरतते हुए इंदौर की Samkem फार्मा की दवाइयों का वितरण भी जांच पूरी होने तक रोक दिया है। हालांकि RMSCL ने इस कंपनी के किसी भी बैच के सैंपल फिलहाल लैब नहीं भेजे हैं। दूसरी ओर KAYSONS फार्मा के साल 2025 के सभी बैचों के सैंपल जांच के लिए लैब भेजे गए हैं। रिपोर्ट आने तक कंपनी की किसी भी दवाई को सरकारी अस्पतालों में वितरण करने की अनुमति नहीं होगी।

RMSCL के कार्यकारी निदेशक जयसिंह का कहना है कि जिन दवाइयों को लेकर विवाद सामने आया है, उनकी पहले से जांच करवाई गई थी और उस समय रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि केंद्र सरकार की गाइडलाइन के मुताबिक इस दवाई को 4 साल या उससे छोटे बच्चों को नहीं देना चाहिए। सीकर में जिस बच्चे की मौत दवाई पीने के बाद होने का दावा किया गया है, उस पर RMSCL ने अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंप दी है। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि जिस बैच की सीरप बच्चे को दी गई बताई जा रही है, वह बैच चिराना सीएचसी में सप्लाई हुआ ही नहीं था। फिलहाल मामले की जांच जारी है और रिपोर्ट आने तक दोनों कंपनियों की दवाओं की सप्लाई रोकी गई है।


अहमदाबाद और देश, दुनियाँ की ताजा ख़बरे हमारे Facebook पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें,
और Telegram चैनल पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें



मेरा गाँव मेरा देश

अगर आप एक जागृत नागरिक है और अपने आसपास की घटनाओं या अपने क्षेत्र की समस्याओं को हमारे साथ साझा कर अपने गाँव, शहर और देश को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो जुड़िए हमसे अपनी रिपोर्ट के जरिए. ahmedabadvocalsteam@gmail.com

Follow us on

Copyright © 2021  |  All Rights Reserved.

Powered By Newsify Network Pvt. Ltd.