नई दिल्ली: भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने आज देशभर के 31 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में खराब मौसम को लेकर अलर्ट जारी किया है। कहीं तेज आंधी और बारिश की चेतावनी है तो कहीं हीटवेव और रिकॉर्डतोड़ गर्मी से लोग बेहाल हैं। वहीं दूसरी ओर मॉनसून के आने की तारीख भी दो दिन पहले कर दी गई है, जिससे किसानों और आम जनता को थोड़ी राहत की उम्मीद है।
राजस्थान में रेड अलर्ट: 48 डिग्री तक पहुंच सकता है तापमान
राजस्थान इस समय भीषण गर्मी की चपेट में है। मौसम विभाग ने राज्य के लिए रेड अलर्ट जारी किया है, खासकर बीकानेर, चूरू, गंगानगर और शेखावाटी के इलाकों में। यहां 22 और 23 मई को तापमान 48 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने की संभावना जताई गई है।
कुछ क्षेत्रों में गरज-चमक के साथ धूल भरी आंधी चल सकती है, लेकिन इससे गर्मी से कोई बड़ी राहत नहीं मिलेगी। चिकित्सा विभाग ने भी आम लोगों को दोपहर 12 से 4 बजे तक घर से बाहर न निकलने की सलाह दी है।
दिल्ली-एनसीआर में तेज आंधी और बारिश, 80 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चली हवाएं
बुधवार रात दिल्ली-एनसीआर में अचानक मौसम का मिजाज बदल गया। तेज आंधी के साथ बारिश हुई और हवाओं की रफ्तार 80 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच गई। कई इलाकों में पेड़ और बिजली के खंभे उखड़ गए जिससे यातायात और बिजली आपूर्ति बुरी तरह प्रभावित हुई।
नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे पर सेक्टर-145 मेट्रो स्टेशन के सामने एक बड़ा खंभा गिर गया। इस हादसे में दो लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हुए हैं। प्रशासन ने राहत और बचाव कार्य तेज कर दिए हैं।
देशभर में तीन स्तर के अलर्ट जारी: रेड, ऑरेंज और येलो
IMD ने अलग-अलग राज्यों के लिए अलग-अलग चेतावनी स्तर जारी किए हैं:
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रेड अलर्ट (अत्यधिक गंभीर): राजस्थान
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ऑरेंज अलर्ट (मध्यम खतरा): मध्यप्रदेश, गुजरात, दिल्ली, हरियाणा
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येलो अलर्ट (सावधानी जरूरी): उत्तर प्रदेश, बिहार, आंध्रप्रदेश, केरल
इन राज्यों में तेज हवाएं, गरज-चमक के साथ बारिश, और तापमान में भारी उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है।
21-22 मई की रात में कई राज्यों में हुई बारिश
मौसम विभाग की रिपोर्ट के अनुसार 21 मई रात 8 बजे से 22 मई सुबह 5 बजे तक कई राज्यों में हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई है। इनमें उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, असम, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, झारखंड और महाराष्ट्र के कुछ हिस्से शामिल हैं।
गुवाहाटी (असम) में आज सुबह हल्की बारिश दर्ज की गई, जिससे मौसम ठंडा हो गया। कई अन्य पूर्वोत्तर राज्यों में भी हल्की वर्षा के कारण तापमान में गिरावट आई है।
मॉनसून की जल्दी एंट्री: 25 मई को केरल पहुंचेगा
एक बड़ी राहत की खबर ये है कि भारतीय मौसम विभाग ने मॉनसून के आगमन की तारीख दो दिन पहले कर दी है। पहले जहां इसकी एंट्री 27 मई बताई जा रही थी, अब नया अपडेट कहता है कि मॉनसून 25 मई को केरल पहुंचेगा।
इससे संकेत मिलता है कि मॉनसून सामान्य गति से आगे बढ़ेगा और जून के पहले हफ्ते तक महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, और पूर्वी भारत में दस्तक दे सकता है। यह खबर खेती-किसानी और जल संकट से जूझ रहे राज्यों के लिए उम्मीद की किरण बन सकती है।
क्या है विशेषज्ञों की राय?
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि यह बदलाव पश्चिमी विक्षोभ, बंगाल की खाड़ी में बन रही नमी और अरब सागर से आने वाली गर्म हवाओं के कारण हो रहा है। इससे देश के कई हिस्सों में मौसम अनिश्चित और खतरनाक हो गया है।
राजस्थान, मध्यप्रदेश और उत्तर भारत में जहां हीटवेव कहर ढा रही है, वहीं पूर्वोत्तर और दक्षिण भारत के कुछ हिस्सों में लगातार बारिश की संभावना बनी हुई है।
सरकार और प्रशासन की अपील
स्थानीय प्रशासन और आपदा प्रबंधन विभागों ने जनता से अपील की है कि वे मौसम विभाग की चेतावनियों का पालन करें, अनावश्यक रूप से यात्रा न करें, और सुरक्षित स्थानों पर रहें। खासकर बुजुर्गों, बच्चों और बीमार व्यक्तियों को लू से बचाने के लिए विशेष सतर्कता बरतने की आवश्यकता है।
निष्कर्ष: मौसम का बदला मिजाज, सावधानी ही सुरक्षा
देश में मौसम का बदलता मिजाज अब सामान्य नहीं रहा। हीटवेव, आंधी, बारिश और मॉनसून की एंट्री – इन सबने मिलकर पूरे भारत को मौसम की नई चुनौती के सामने खड़ा कर दिया है। ऐसे में सतर्कता, तैयारी और मौसम अपडेट पर नजर बनाए रखना बेहद जरूरी हो गया है।