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India-Maldives Relation : चीन की शह पर आखिर भारत को क्यों आंख दिखा रहा है 5 लाख आबादी वाला देश

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Posted On:Friday, December 15, 2023

राष्ट्रपति मोहम्मद मुइझू को मालदीव की सत्ता संभाले अभी एक महीना ही हुआ है और वह चीन की राह पर चल पड़े हैं। पूरे चुनाव प्रचार के दौरान इंडिया आउट अभियान चलाकर सत्ता में आए राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज़ू ने भारतीय सेना को अपनी ज़मीन से हटने के लिए कहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2019 में मालदीव का दौरा किया था। उस वक्त भारत और मालदीव के बीच एक डील हुई थी. इस डील के तहत हाइड्रोग्राफिक सर्वे की इजाजत दी गई. इसके तहत भारत मालदीव के जल क्षेत्र से जुड़ी चीजों का अध्ययन कर रहा था। मालदीव की नई सरकार अब इस डील को तोड़ रही है. हिंद महासागर में भारत का एक और पड़ोसी देश चीन की राह पर जा रहा है। महज 5 लाख की आबादी वाले देश की नजर अब भारत पर है. नई सरकार बनते ही यह देश चीन के चंगुल में फंस गया और भारत के खिलाफ विद्रोह करने लगा। पहले उसने भारतीय सैनिकों को अपनी जमीन छोड़ने को कहा और अब उसने एक बड़ी डील करने का फैसला कर लिया है. इस देश का नाम मालदीव है।

हाइड्रोग्राफी डील को समाप्त करने का निर्णय

मालदीव के राष्ट्रपति कार्यालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि नई सरकार ने हाइड्रोग्राफी डील को आगे नहीं बढ़ाने का फैसला किया है, जो 7 जून, 2024 को समाप्त होने वाली थी। इस डील के मुताबिक, अगर कोई देश इस डील को खत्म करना चाहता है तो उसे डील खत्म होने से 6 महीने पहले दूसरे देश को इसकी जानकारी देनी होगी। अगर कोई देश आपत्ति नहीं जताता तो डील अपने आप अगले 5 साल के लिए बढ़ जाएगी.

आरोप- भारत के साथ गुप्त समझौते से मालजीव की संप्रभुता को खतरा है

मालदीव की नई सरकार ने कहा कि भारत के साथ समझौता पूरा होने के बाद वह अपने देश में हाइड्रोग्राफिक कार्य करेगी और इस कार्य से संबंधित जानकारी अपने लोगों को प्रदान करेगी। उन्होंने यह भी कहा कि पिछली सरकार के दौरान भारत के साथ हुए गुप्त सौदों की भी जांच की जाएगी. इस तरह की डील मालदीव की आजादी और संप्रभुता के लिए बड़ा खतरा है.


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