ताजा खबर
अहमदाबाद में अब तक का सबसे बड़ा ज़मीन सौदा, लुलु ग्रुप ने 519 करोड़ में खरीदा प्लॉट   ||    मांचा मस्जिद तोड़फोड़ पर सुप्रीम कोर्ट ने याचिका खारिज की, कहा— नगर निगम जनहित में कर रहा काम   ||    पाकिस्तान के हमले में अफगानिस्तान के 6 लोगों की मौत, मृतकों में महिलाएं और बच्चे शामिल   ||    'हम जवाब देना जानते हैं', तीन क्रिकेटरों की मौत के बाद PAK को अफगानिस्तान की चेतावनी   ||    दिल्ली में सांसदों के फ्लैट्स में लगी भीषण आग, फायर ब्रिगेड की छह गाड़ियाें ने पाया काबू   ||    महाराष्ट्र के नंदुरबार में श्रद्धालुओं से भरी पिकअप गहरी खाई में गिरी, 8 लोगों की मौत और कई घायल   ||    'चुटकी में रुकवा सकता हूं अफगानिस्तान-पाकिस्तान की जंग', डोनल्ड ट्रंप का दावा   ||    IPS पूरन कुमार ने सुसाइड नोट कितने लोगों को भेजा, वसीयत में क्या लिखा था? लैपटॉप की जांच में जुटी SI...   ||    फैक्ट चेक: राजस्थान के अंता उपचुनाव में नरेश मीणा की मदद के लिए व्यवसायी ने भेजीं 1000 कारें? नहीं, ...   ||    मोजाम्बिक में बड़ा हादसा, समुद्र में नाव पलटने से तीन भारतीयों की मौत और 5 लापता   ||   

पिछले 9 साल में कितनी कम हुई देश में गरीबों की संख्या? क्या कहती है नीति आयोग की रिपोर्ट?

Photo Source :

Posted On:Tuesday, January 16, 2024

नीति आयोग ने सोमवार को भारत में गरीबी की स्थिति पर एक रिपोर्ट जारी की है। इसके अनुसार, पिछले 9 वर्षों में लगभग 24.82 करोड़ लोग बहुआयामी गरीबी से बाहर आये हैं।

एमपीआई क्या है?
Image

बहुआयामी गरीबी सूचकांक एक विश्व स्तर पर मान्यता प्राप्त मानक है जो आर्थिक पहलुओं से परे कई आयामों में गरीबी को मापता है। एमपीआई की वैश्विक पद्धति एल्कियर और फोस्टर पद्धति पर आधारित है। यह विश्व स्तर पर स्वीकृत मानक के आधार पर लोगों को गरीब के रूप में पहचानता है।
Image

रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2013-14 में गरीबी दर 29.17 फीसदी थी, जो साल 2022-23 में घटकर 11.28 फीसदी हो गई है. इसमें 17.89 फीसदी की कमी आई है. उत्तर प्रदेश में गरीबों की संख्या सबसे कम है। यहां 5.94 करोड़ लोग गरीबी से बाहर आये हैं.

Image
नीति आयोग के मुताबिक 2030 तक भारत का बहुआयामी गरीबी खत्म करने का लक्ष्य हासिल होने की पूरी उम्मीद है. पेपर में यह भी कहा गया है कि पोषण अभियान और एनीमिया मुक्त भारत अभियान जैसी प्रमुख पहलों ने देश में स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच को और आसान बना दिया है। बिहार दूसरे स्थान पर है जहां बताया जाता है कि 3.77 करोड़ लोग गरीबी से बाहर आ गये हैं। तीसरे स्थान पर मध्य प्रदेश है जहां ये आंकड़ा 2.30 करोड़ है. रिपोर्ट के अनुसार, पूरे अध्ययन के दौरान बहुआयामी गरीबी सूचकांक (एमपीआई) के सभी 12 संकेतकों में महत्वपूर्ण सुधार दर्ज किया गया है।




अहमदाबाद और देश, दुनियाँ की ताजा ख़बरे हमारे Facebook पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें,
और Telegram चैनल पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें



मेरा गाँव मेरा देश

अगर आप एक जागृत नागरिक है और अपने आसपास की घटनाओं या अपने क्षेत्र की समस्याओं को हमारे साथ साझा कर अपने गाँव, शहर और देश को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो जुड़िए हमसे अपनी रिपोर्ट के जरिए. ahmedabadvocalsteam@gmail.com

Follow us on

Copyright © 2021  |  All Rights Reserved.

Powered By Newsify Network Pvt. Ltd.